कपूरथला में 2 गुटों में झड़प, VIDEO: शोभा यात्रा के दौरान हुई थी कहासुनी, 7 लोग गंभीर रूप से घायल, जालंधर रेफर - Kapurthala News

पुरानी रंजिश के चलते दो गुटों में झड़प।कपूरथला के गांव बहुई में मंगलवार को पुरानी रंजिश के चलते दो गुटों में झड़प हो गई। जिसमें दोनों गुटों के लोगों ने एक दूसरे पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। और इस घटना में दोनों गुटों के 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को आसपास के लोगों ने. घटना की सूचना मिलने के बाद थाना कोतवाली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। एसएचओ पलविंदर सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। जिसके बाद बनती कार्रवाई की जाएगी। घायलों की पहचान पहले गुट में गांव बहुआई निवासी महिंदरपाल, उसकी पत्नी जोसवीन, बेटे दीपक, कमल और अभि के रूप में हुई है। जबकि दूसरे गुट में मोहल्ला तोता शेखूपुर निवासी विशाल और गगन घायल हुए हैं। इनमें से गगन को जालंधर रेफर कर दिया गया है।शोभायात्रा में बेटे से हुई थी कहासुनीघायल महिंदरपाल ने बताया कि सोमवार रात निकाली गई विशाल शोभायात्रा दौरान उसके बेटे कमल की कुछ युवकों के साथ कहा सुनी हो गई। मगर लोगों ने बीच बचाव करते हुए सभी को अपने-अपने घर भेज दिया। मंगलवार सुबह वह परिवार सहित घर में मौजूद थे। तभी घर के बाहर कुछ लोग शोर शराबा करते हुए आए। जिनकी संख्या 20 से 30 के करीब थी। सभी के हाथों में तेजधार हथियार थे। सभी उनके घर का दरवाजा खटखटाने लगे। मगर उन्होंने दरवाजा नहीं खोला। जिसके बाद हमलावर उनके दरवाजे पर हथियारों से वार करने लगे और कुछ हमलावर दीवार फांद कर घर के अंदर दाखिल हो गए और परिवार के सभी सदस्यों पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। जिस कारण मैं, मेरी पत्नी व तीनों बेटे बुरी तरह से घायल हो गए। जिसके बाद सभी हमलावर मौके से फरार हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए सिविल अस्पता में दाखिल करवाया गया।घायल का इलाज अस्पताल में चल रहा है।धारदार हथियारों से हमला करके घायल कियावहीं दूसरे गुट के घायल युवक विशाल के पिता गुरदेव सिंह ने बताया कि सोमवार सायं शोभायात्रा दौरान उनके बेटे का कुछ लोगों के साथ तकरार हुए था। मगर लोगों ने सभी को समझा बुझा कर घर भेज दिया। मंगलवार सुबह उनका बेटा चचेरे भाई गगन के साथ सैर करने के लिए गया। तभी रास्ते में कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और तेजधार हथियारों से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। तभी किसी ने उन्हें सूचना दी कि उनके बेटे को कुछ लोग मार रहे है।हमलावर मौके से भाग निकलेजब वह मौके पर पहुंचे तो सभी हमलावर मौके से भाग निकले। उन्होंने घायल विशाल व गगन को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया। जहां पर ड्यूटी डॉक्टर ने घायल युवक गगन की हालत गंभीर बताई और प्राथमिक इलाज के बाद रेफर कर दिया। ड्यूटी डॉक्टर ने बताया कि सभी घायलों का इलाज इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कर किया जा रहा है। दोनों पक्षों की MLR संबधित पुलिस थाने को भेज दी गई है।

May 28, 2024 19:55 UTC


वो गुमनाम खत... रणजीत सिंह की कहानी, जिनके मर्डर केस से आज बरी हुए गुरमीत राम रहीम

इस हत्याकांड के मामले में राम रहीम को उम्रकैद की सजा मिली थी, जिसके खिलाफ राम रहीम ने अपील दाखिल की थी. Advertisementहत्‍या के मामले की टाइमलाइनअप्रैल 2002: पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को दो महिला शिष्यों (साध्वियों) द्वारा लिखे गए गुमनाम पत्र मिले. जुलाई 2017: पंचकुला की सीबीआई अदालत ने गुरमीत राम रहीम सिंह के खिलाफ मामले की दैनिक सुनवाई का आदेश दिया. 28 अगस्त, 2017: गुरमीत राम रहीम सिंह को सीबीआई की विशेष अदालत के न्यायाधीश जगदीप सिंह ने प्रत्येक मामले के लिए 10 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई. साथ ही गुरमीत राम रहीम को शक था कि चिट्ठी को रणजीत सिंह ने अपनी बहन से लिखवाई है.

Source:NDTV

May 28, 2024 18:30 UTC


नवाचार पर केंद्रित है ISF World Seed Congress 2024: आईएसएफ उपाध्यक्ष आर्थर संतोष अत्तावर

कृषि जागरण के संस्थापक और प्रधान संपादक एमसी डोमिनिक व्यक्तिगत रूप से इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं. डोमिनिक के साथ बातचीत में, आईएसएफ के उपाध्यक्ष आर्थर संतोष अत्तावर, जो इस सम्मान को प्राप्त करने वाले पहले भारतीय है. यह लगातार खुद को बेहतर बनाने का प्रयास करता है, चाहे वह बीजों की आवाजाही हो, नियामक मुद्दे हों." भारतीयों के लिए इसका लाभ यह है कि उन्हें अत्याधुनिक तकनीकों का ज्ञान मिल रहा है और वे अधिक टिकाऊ प्रथाओं को अपना रहे हैं. हम इस साल नीदरलैंड के राजा द्वारा इस कार्यक्रम का उद्घाटन किए जाने से रोमांचित हैं.

May 28, 2024 17:29 UTC


शराब माफिया ने रूह कंपा देने वाली सजा दी: हत्या करके घर के बाहर फेंक गए थे बॉडी; मां बोली- सब कुछ छीन लिया - Jhunjhunu News

झुंझुनूं शहर से करीब 45 किलोमीटर दूर सूरजगढ़ थाने का बलोदा गांव। गांव में सन्नाटा पसरा है। गांव का हर कोई शराब माफियाओं की दरिंदगी से खौफ में हैं। यह वही गांव है जहां 27 साल के दलित युवक रामेश्वर वाल्मीकि को घर से किडनैप किया गया, फिर लाठियों से इतना. गांव के लोग बताते हैं पिटाई का वीडियो देखा तो रूह कांप गई। कोई किसी को बिना कसूर इतना भी मारता है क्या? गांव के मुख्य चौक से थोड़ा आगे बढ़ने पर रामेश्वर का दो कमरों का घर है। घर के चौक में पांच-छह लोग बैठे मिले।रामेश्वर का घर। पीली ओढ़नी में मां राधा देवी। जमीन पर लाल शर्ट में बैठा बड़ा भाई कालूराम।एक पेड़ के नीचे 65 साल की बुजुर्ग महिला बैठी थी। यह रामेश्वर की मां राधा देवी थीं। मां से जब हमने पूछा कि बेटे रामेश्वर के क्या हुआ था? कब घर से निकला था? वह अपने काम से काम रखता था।बल्लू ने बताया- रामेश्वर गोशाला में काम करने के साथ ही डफली बजाता था। गांव में किसी शादी या खुशी के मौके पर लोग उसे डफली बजाने के लिए बुलाते थे। वह खुशमिजाज और नाचने गाने का शौकीन था।बलोदा गांव में यह रामेश्वर का मकान है। इसमें वह अपनी मां राधा देवी के साथ रहता था।प्रशासन कर रहा है खानापूर्ति, आरोपियों के पूरे मकान नहीं तोड़ेरामेश्वर के भाई कालू ने आरोप लगाया- प्रशासन कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर रहा है। सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात कह रहे हैं। जिसने आरोपियों को रामेश्वर की सूचना दी, अपहरण में मदद की, उसको अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। सुभाष बावरिया ने ही बदमाशों को सूचना दी थी। एफआईआर में उसका नाम है। फिर भी उसको गिरफ्तार नहीं किया। मकान तोड़ने की कार्रवाई भी महज खानापूर्ति है। आरोपियों के पशु बांधने, चारा डालने के कमरों को ही तोड़ा गया है। आरोपियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।सूरजमलजी की हवेली है बदमाशों का अड्‌डारामेश्वर के घर से कुछ ही दूरी पर सूरजमलजी की वीरान पड़ी एक हवेली है। इस हवेली को शराब माफिया ने अपना अड्‌डा बना रखा है। बदमाश रामेश्वर को किडनैप कर इसी हवेली में लेकर गए थे। इसी हवेली में रामेश्वर की करीब छह घंटे तक लाठियों से बेरहमी से पिटाई की गई थी। इससे उसकी हालत खराब हो गई। वह अचेत हो गया। घबरा कर आरोपी उसे हरियाणा के किसी निजी अस्पताल में भी लेकर गए, वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया तो शाम 7 बजे के पास उसको घर के पास पटक गए।ग्रामीणों ने बताया- आरोपियों का आसपास के गांवों में आतंक है। वे कई युवाओं को पीट चुके हैं। वे चाहते हैं कि उनके कहने पर उनके बताए ठेकों से मुंह मांगे दाम पर शराब खरीदी जाए। किसी भी व्यक्ति में इनकी शिकायत करने की हिम्मत नहीं है। इन आरोपियों ने गैंग बना रखी है। इनके पास बड़ी बड़ी गाड़ियां हैं। ये चाहें जिसको उठा ले जाते हैं। युवाओं को डरा-धमकाकर अवैध काम भी करवाते हैं। शराब की तस्करी भी करवाते हैं।बदमाश रामेश्वर को किडनैप कर इस हवेली में लाए थे। यहीं 6 घंटे टॉर्चर किया।ठेके से शराब खरीदने का दबावसूरजगढ़ (झुंझुनूं) से बलोदा गांव जाने वाले मुख्य मार्ग पर ही शराब का यह ठेका है। प्रशासन ने अब ठेकेदार का लाइसेंस रद्द कर दिया है। इसमें रखी शराब को जब्त कर लिया है। आबकारी विभाग ने शराब का ठेका बलोदा गांव के सुशील कुमार को दिया था। सुशील कुमार ने इसे अवैध रूप से आरोपी चिंटू को दे दिया था। चिंटू अपराधी है। उस पर सूरजगढ़ थाने में कई मुकदमे दर्ज हैं। चिंटू ग्रामीणों को ठेके से शराब खरीदने के लिए धमकाता था और पिटाई भी करता था।यह वीडियो 14 मई वारदात के दिन का है। रामेश्वर को इस तरह बांधकर पिटाई की गई थी।पीड़ित परिवार को सरकार से नहीं मिली राहतरामेश्वर के घर के हालात काफी दयनीय है। घर में मां-बेटे रहते थे। रामेश्वर की नौकरी से मां-बेटे का पेट पल रहा था। उसकी हत्या के बाद घर में आमदनी का जरिया खत्म हो गया। बूढ़ी मां के सामने खाने-पीने की भी समस्या खड़ी हो गई।परिजनों व अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सरकार से पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की है।परिजनों ने बताया कि उनकी हालत जानने अभी तक सरकार का कोई प्रतिनिधि या बड़ा अधिकारी नहीं आया। एसडीएम दयानंद रुयल व तहसीलदार चंद्रशेखर यादव आए थे। इन्होंने जन सहयोग से तीन बोरी गेहूं, पांच किलो चीनी, एक किलो चाय दिलवाई। सरकार से मिलने वाली मदद शीघ्र ही जारी करवाने का आश्वासन दिया। साथ आए डॉक्टर ने राधा देवी का मेडिकल चेकअप कर दवा दी थी।पुलिस और प्रशासन ने तीन आरोपियों के मकान पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की। पीड़ित परिवार ने इसे नाकाफी बताया है।रामेश्वर के दो बड़े भाई हैं। इनमें कालूराम कोटपूतली और सुल्तान सीकर रहता है। बदमाशों ने 14 मई को रामेश्वर के अलावा गांव के ही जेटूराम नायक का भी अपहरण किया था। दोनों को हवेली में लेकर गए थे। घटना के सात दिन बाद मारपीट का वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर हुआ था। इस मामले में सूरजगढ़ पुलिस ने अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार किया और एक नाबालिग को निरुद्ध कर चुकी है।यह भी पढ़ें...

May 28, 2024 13:59 UTC


'पंचायत सीजन 3' के रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर आई मीम्स की बाढ़, सीरीज देख फैंस ने दिए ऐसे रिएक्शन

डिजिटल डेस्क, मुंबई। वेब सीरीज पंचायत को लोगों का जबरदस्त प्यार मिला था। इसका पहला और दूसरा दोनों ही सीजन काफी हिट रहे थे। अब 28 मई को फिल्म का तीसरा सीजन रिलीज कर दिया गया है जिसका इंतजार फैंस लंबे समय से कर रहे थे। पंचायत सीजन 3 सीरीज ओटीटी प्लेटफॉर्म प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम की जा रही है। पिछले दो सीजन के बाद अब ये सीजन भी धामल मचाता नजर आ रहा है रिलीज के साथ ही सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ सी आ गई है। लोग सोशल मीडिया पर सीरीज देख कर अपना रिएक्शन दे रहे हैं। तो चलिए फैंस से जान लेते हैं कि, सीरीज देख कर उनका क्या रिएक्शन है।यह भी पढ़े -ऑस्कर विजेता रेसुल पुकुट्टी ने पायल कपाड़िया के खिलाफ मामला वापस लेने की मांग कीक्या मोड़ लेगी सचिव जी की लव स्टोरीदीपक कुमार मिश्रा के निर्देशन में बनी इस सीरीज में इस बार भी रघुवीर यादव, नीना गुप्ता, जितेंद्र कुमार, सानविका, आसिफ खान, चंदन रॉय, फैसल मलिक और दुर्गेश कुमार नजर आए हैं। क्रिटिक्स से इसे मिली-जुली प्रतिक्रिया मिल रही है। सोशल मीडिया पर इस सीरीज को लेकर एक्साइटमेंट नजर आ रही है। जिन लोगों ने सीरीज देखनी शुरू नहीं की है उनका सबसे बड़ा सवाल ये है कि सचिव जी और रिंकी की लव स्टोरी क्या मोड़ लेगी? यह भी पढ़े -अनुपम खेर ने कबूल किया, वह 'खराब डांसर' हैं और अपनी पहली अभिनय भूमिका का खुलासा कियाफैंस दे रहे ऐसे रिएक्शनइस सीरीज को कुछ दर्शकों ने रातभर में देखकर ही निपटा दिया। वे मीम्स शेयर कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, 'पिताजी सुबह-सुबह उठने पर मेरी तारीफ करते हुए और मैं रात भर सोया नहीं हूं और अभी भी जाग रहा हूं'। कुछ लोग मोटिवेशन मोड में आ गए हैं। एक यूजर ने लिखा, 'जिस दिन आप अपनी जिंदगी के बिनोद और बनराकस को पहचान जाओगे, जिंदगी की पंचायत सुलझ जाएगी'।Aje har ek insan pralhad cha ke jese lad raha hai ek eklepan se…. @malikfeb kya bakhubhi bataya hai apne ise ek lepan ko #Panchayat pic.twitter.com/ge9lZo1io3 — Ravaan (@Ravaan217) May 28, 2024एक यूजर ने लिखा, 'चलिए शुरू करते हैं पंचायत'। एक यूजर ने लिखा, 'कुछ लोगों को पंचायत का इंतजार एंटरटेनमेंट के लिए है तो कुछ लोगों को पंचायत का इंतजार इसलिए है कि नए मीम्स के लिए नया टैम्पलेट्स मिल सकें'। इस बार के सीजन में मारपीट वाली घटना दिखाई गई है। सचिव और विधायक के बीच मार-पिटाई देखने को मिली है।यह भी पढ़े -'ब्लैकआउट' के सेट पर हमेशा होमवर्क करते आते थे विक्रांत मैसी फिल्म मेकर देवांग भावसारPeople waiting for #Panchayat3, just for entertainment. Memers waiting for #Panchayat3, for 'New Meme Templates' ✅ pic.twitter.com/roovAsngLr — NITESH (@Nitesh805181) May 26, 2024ऐसी थी सीरीज की स्टोरीपंचायत 3 की कहानी की बात करें तो ये शहर से आए एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट की कहानी है, जो गांव में नौकरी करने पर खुद को अपनी जड़ों से बाहर महसूस करता है। अपनी डिग्री पूरी करने के बाद उसे उत्तर प्रदेश के एक गांव फुलेरा में ग्राम पंचायत के सचिव की नौकरी मिलती है। सीरीज गांव के रीति-रिवाजों और जिंदगी से अनजान इस शख्स का एक्सपीरियंस दिखाती है।

May 28, 2024 12:12 UTC


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