आचार्य प्रमोद कृष्षम के बयान से मची खलबली; ‘वेंटिलेटर पर था आइएनडीआइए नीतीश ने किया अंतिम संस्कार’; जो राम से नफरत करता हो वह हिंदू नहीं

जागरण संवाददाता, संभल। तहसील क्षेत्र के गांव ऐचोडा कंबोह में होने वाले कल्कि धाम शिलान्यास के लिए कल्कि पीठाधीश्वर लखनऊ पहुंचे और वहां मुख्यमंत्री से मुलाकात की। साथ ही उन्होंने निमंत्रण पत्र देकर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।अपने आवास पर बातचीत के दौरान आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि आइएनडीआइए गठबंधन जैसी कोई चीज नहीं है। इसका जन्म जब हुआ तो वह तुरंत ही कई बीमारियों से ग्रस्त हो गया। फिर आइसीयू में चला गया और कुछ दिन बाद वेंटिलेटर पर। बाद में नीतिश कुमार इसका पटना में अंतिम संस्कार कर दिया।पीएम, रक्षा मंत्री के साथ सीएम को दिया निमंत्रणक्षेत्र के गांव ऐचोड़ा कंबोह में 19 फरवरी को कल्कि धाम का शिलान्यास किया जाएगा, जिसके लिए कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम द्वारा देश के प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री के साथ ही विभिन्न अखाड़ा प्रमुखों और साधु संतों को भी शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण पत्र दिया है।‘मैंने सभी को दिया निमंत्रण, कोई आए या न आए’आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि भगवान राम सभी के हैं और मैं भगवान राम का हूं और मैं सभी को कल्कि धाम आने के लिए निमंत्रण दे रहा हूं कोई भी आ सकता है। साथ ही बताया कि मैंने शिलान्यास कार्यक्रम का निमंत्रण सोनिया गांधी और राहुल गांधी को भी दिया है। वो आएं या न आएं उनकी मर्जी।ये भी पढ़ेंः UP News: जगद्गुरु रामभद्राचार्य की गर्दन काटने पर दो लाख, आंख फोड़ने पर तीन लाख दूंगा, आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने पर FIRआचार्य प्रमोद कृष्षम ने कहा कि इस्लाम को न मानने वाला मुसलमान नहीं हो सकता। ठीक इसी तरह जो राम से नफरत करता हो वह हिंदू नहीं हो सकता है। सियासत संभावनाओं का खेल है, लेकिन आज राजनीतिक मुलाकात नहीं थी। मैने कांग्रेस के नेताओं को भी आमंत्रित किया है। अभी मैंने न तो कुछ छोड़ा है और न ही कुछ पकड़ा है। चुनाव लड़ने के लिए कोई फैसला नहीं किया है।ये भी पढ़ेंः मैकेनिक की गजब की कारीगरी; सड़क पर 50 KM स्पीड से दौड़ेगा 'हेलीकॉप्टर', रॉयल इंटीरियर के साथ टेल और छत पर दो पंखुड़ियां

February 07, 2024 08:38 UTC


Arvind Kejriwal Vs ED: अरविंद केजरीवाल पर शाम 4 बजे आएगा कोर्ट का फैसला, समन नहीं मानने पर ईडी ने लगाई थी याचिका

Arvind Kejriwal Vs ED: अरविंद केजरीवाल पर शाम 4 बजे आएगा कोर्ट का फैसला, समन नहीं मानने पर ईडी ने लगाई थी याचिकाबार-बार समन का उल्लंघन किया तो ईडी ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जहां शाम को सुनवाई होगी और चार बजे फैसला सुनाया जाएगा।HighLights दिल्ली शराब घोटाले में बढ़ सकती हैं केजरीवाल की समस्या 5 समन जारी करने के बाद भी ईडी के सामने नहीं हुए पेश AAP का आरोप, परेशान कर रही केंद्र सरकारएजेंसी. नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए बुधवार का दिन अहम होने जा रहा है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की याचिका पर राउज एवेन्यू कोर्ट शाम 4 बजे फैसला सुनाएगी।दिल्ली शराब घोटाले की जांच की सिलसिले में ईडी ने केजरीवाल के खिलाफ अब तक पांच समन जारी किए हैं। हर बार केजरीवाल ने यह कहते हुए पेश होने से इनकार कर दिया कि समन गैरकानूनी और राजनीति से प्रेरित हैं।जब बार-बार समन का उल्लंघन किया तो ईडी ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जहां शाम को सुनवाई होगी और चार बजे फैसला सुनाया जाएगा।क्या आज गिरफ्तार हो जाएंगे अरविंद केजरीवालकोर्ट के फैसले पर बहुत कुछ निर्भर करेगा कि क्या आगे क्या होगा? कोर्ट केजरीवाल को समन का सम्मान करने के लिए कहता है तो छठा नोटिस जारी किया जाएगा। इसके बाद ईडी किसी भी वक्त केजरीवाल से पूछताछ करने पहुंच सकती है। आम आदमी पार्टी आशंका जता चुकी है कि केजरीवाल को कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है।

February 07, 2024 06:00 UTC


पाकिस्तान चुनाव क्या हिंदुओं के पलायन ने बर्बाद किया पाकिस्तान का सिंध: भारत से भागकर पहुंचे मुस्लिमों को मुहाजिर कहकर लड़े सिंधी; यहां भुट्टो जीतेंगे या नवाज?

Hindi NewsInternationalPakistan Sindh Province Political History Explained; Nawaz Sharif | Bilawal Bhuttoपाकिस्तान चुनाव क्या हिंदुओं के पलायन ने बर्बाद किया पाकिस्तान का सिंध: भारत से भागकर पहुंचे मुस्लिमों को मुहाजिर कहकर लड़े सिंधी; यहां भुट्टो जीतेंगे या नवाज? 1 दिन पहलेकॉपी लिंक1947 में जब भारत-पाकिस्तान का बंटवारा हुआ तो हजारों साल पुराना और 2 लाख वर्ग किलोमीटर में फैला थार रेगिस्तान भी इसकी भेंट चढ़ गया। ये बंटवारा महज रेगिस्तान की धूल भर का नहीं था। इस बंटवारे के बाद हुए पलयान से पूरे सिंध की खुशहाली और तरक्की हिंसा और गरीबी में तब्दील हो गई।मिडिल क्लास हिंदू सिंध छोड़कर भारत चले गए। वहीं, भारत से यहां आए मुस्लिम सिंध के मुस्लिमों को रास नहीं आए। भारतीय मुसलमानों को पाकिस्तान के सिंधी मुहाजिर कहने लगे। नतीजा ये हुआ कि सिंधियों और मुहाजिरों के बीच हिंसा छिड़ गई। जो लगभग 20 सालों तक इलाके की तरक्की में बाधा बनती रही।हिंदुओं के पलायन और मुस्लिमों की आपसी भिड़त में सिंध कैसे बर्बाद हुआ, इस बार सिंध में भुट्टो परिवार का तख्तापलट करने के लिए नवाज शरीफ ने क्या प्लान बनाया है? भुट्टो परिवार की पार्टी PPP: सिंध भुट्टो खानदान का गढ़ है। पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी सिंध की शहीद बेनजीराबाद से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके बेटे और PPP से PM पद के उम्मीदवार बिलावल भुट्टो सिंध की लरकाना सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। PPP की पूरी कोशिश है कि वो सिंध में MQM की वापसी न होने दें। सिंध में 30% ग्रामीण आबादी, यानी 5 लाख 75 हजार लोग भुखमरी की कगार पर हैं। बिलावल भुट्टो ने इलाके के लोगों को रोटी, कपड़ा और मकान मुहैया कराने वादा किया है। पिछले आम चुनाव सिंध में PPP को सबसे ज्यादा 36 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।2. नवाज शरीफ की पार्टी PML-N: पूर्व प्रधानमंत्री और नवाज के भाई शाहबाज शरीफ ने पहले सिंध की नेशनल असेंबली सीट 242 से नॉमिनेशन फाइल किया था, लेकिन जब MQM ने कराची के मेयर मुस्तफा कमाल को उनके खिलाफ मैदान में उतारा तो उन्हें अपना नॉमिनेशन वापस लेना पड़ा।शाहबाज शरीफ 29 दिसंबर को कराची आए थे। उन्होंने मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान और ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस (GDA) के नेताओं पीर पगारा, पीर सदरुद्दीन रशीदी, मुर्तजा जटोई और जुल्फिकार से मुलाकात की थी। नवाज की पार्टी को 2018 के चुनाव में सिंध में एक भी सीट नहीं मिली थी। यहां वो PPP के खिलाफ गठबंधन बनाकर ही बिलावल को टक्कर दे सकते हैं।। चुनाव के बाद पूरे आसार हैं कि ये गठबंधन PML-N के साथ जाए।3. अल्ताफ हुसैन से अलग होकर बनी MQM (P): पिछले चुनाव में मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पार्टी अल्ताफ हुसैन की लीडरशिप से अलग होकर लड़ी थी। तब उसे कराची की 22 में से सिर्फ 6 सीटें मिलीं। इस बार भी यही हाल है। डॉन को पार्टी के एक नेता ने बताया कि उनके सिर्फ पतंग के चुनाव चिह्न की ताकत है, जो लोगों को अल्ताफ की याद दिलाता है। उनके पास फंड नहीं है, ऐसे में पार्टी उन लोगों को टिकट दे रही है जो खुद अपना खर्चा उठा सकें।इमरान फैक्टरपिछले चुनाव में इमरान की PTI ने PPP और MQM के वोट काटे थे। इमरान 15 सीटें भुट्टो परिवार की नाक के नीचे से निकाल ले गए। इस बार इमरान मैदान में ही नहीं हैं। इसका फायदा MQM और PPP दोनों पार्टियों को होगा।रेफरेंस लिंक्सhttps://minorityrights.org/communities/sindhis-and-mohajirs/https://www.dawn.com/news/1082152https://www.dawn.com/news/1796652https://www.pbs.org/frontlineworld/rough/2009/07/karachis_invisi.htmlhttps://www.thenews.com.pk/tns/detail/561845-quota-controversyhttps://www.thenews.com.pk/tns/detail/561845-quota-controversy

February 06, 2024 19:48 UTC


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