How to lower your bike insurance premium: Tips to avoid minor claims

While bike insurance claims help you manage the cost of repairing damages, frequent claims can lead to higher insurance premiums, straining your finances. To help you navigate this challenge, we have compiled a comprehensive guide on how to lower your bike insurance premium by avoiding minor claims. Before delving into strategies to reduce your bike insurance premium, it's crucial to understand the importance of bike insurance. Crucial factors to keep in mind to avoid minor claims and lower your bike insurance premiumsMaintain safe riding practices: Safe riding practices are the cornerstone of accident prevention. Bajaj Finance Limited (‘BFL’) is a registered corporate agent of third party insurance products of Bajaj Allianz Life Insurance Company Limited, HDFC Life Insurance Company Limited, Future Generali Life Insurance Company Limited, Bajaj Allianz General Insurance Company Limited, SBI General Insurance Company Limited, ACKO General Insurance Limited, ICICI Lombard General Insurance Company Limited, HDFC ERGO General Insurance Company Limited, Tata AIG General Insurance Company Limited, The New India Assurance Company Limited, Cholamandalum MS General Insurance Company Limited, Niva Bupa Health Insurance Company Limited , Aditya Birla Health Insurance Company Limited, Manipal Cigna Health Insurance Company Limited and Care Health Insurance Company Limited under the IRDAI composite CA registration number CA0101.

Source:India Today

February 14, 2024 11:52 UTC


Vermiwash: फसलों में करें इस टॉनिक का छिड़काव, तेजी से होगा फसल का विकास

इसमें विभिन्न हार्मोन, पोषक तत्व और एंजाइम्स होते हैं , जो फसल के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करते हैं. इसलिए आज हम किसानों को एक ऐसे टॉनिक के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे न केवल उनकी फसल का तेजी से विकास होगा. इसमें विभिन्न हार्मोन, पोषक तत्व और एंजाइम्स होते हैं , जो फसल के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करते हैं. इसमें रोगों की रोकथाम के गुण होते हैं, साथ ही पोषक तत्व घुलनशील रूप में पाये जाते हैं, जो पौधों को आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं. वर्मीवॉश के फायदे (Benefits of Vermiwash)वर्मीवॉश के छिड़काव से पौधों का अंकुरण और फसलों का विकास अच्छी तरह होता है.

February 14, 2024 11:06 UTC


अब इस न्यूज चैनल की कश्ती पर सवार हुए टीवी एंकर कीर्तिमान सिंह

हिंदी न्यूज चैनल ‘इंडिया डेली लाइव’ (India Daily Live) में लगता है कि इन दिनों सब कुछ सही नहीं चल रहा है। करीब नौ महीने पहले तमाम बड़े-बड़े दावों और वादों के साथ शुरू हुए इस चैनल का ‘दम’ अभी से ‘फूलता’ दिखाई दे रहा है। यही नहीं, इसका असली ‘रंग’ भी नजर आने लगा है। यह हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि चैनल में इस समय जो माहौल है, उसे लेकर इंडस्ट्री में यही चर्चा है। ऐसे में इंडस्ट्री में इस चैनल के भविष्य को लेकर आशंकाओं के बादल गहराने लगे हैं। इसके साथ ही इन दिनों यहां जारी कवायद को लेकर तमाम बड़े सवाल भी उठ रहे हैं।यह भी पढ़ें: लॉन्चिंग से पहले ‘इंडिया डेली लाइव’ ने देशभर में शुरू किया मेगा कैंपेनदरअसल, चैनल के एडिटर-इन-चीफ शमशेर सिंह ने कुछ दिनों पहले ही इस्तीफा दे दिया है। अंदरखाने से जुड़े सूत्रों से पता चला कि मैनेजमेंट उन पर बड़े पैमाने पर छंटनी करने का दबाव बना रहा था, लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया और अपना इस्तीफा प्रबंधन को सौंप दिया।यह भी पढ़ें: शमशेर सिंह ने ‘इंडिया डेली लाइव’ से दिया इस्तीफा, टीम को लिखा ये संदेशहालांकि, इसके बाद भी मैनेजमेंट ने पिछले एक महीने में ही यहां 40 से ज्यादा एंप्लॉयीज को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इनमें ज्यादातर डिजिटल टीम के एंप्लॉयीज हैं। खबर तो यहां तक है कि कॉस्ट कटिंग के नाम पर अभी तमाम एंप्लॉयीज को भी जाने को कहा जा सकता है। इनमें से तमाम पत्रकार तो ऐसे हैं, जो कुछ समय पहले ही करियर में बेहतरी की लालसा में अन्य चैनल्स में अपनी जमी-जमाई नौकरी छोड़कर आए थे। वहीं, मीडिया में नौकरी पाने आए कई युवा पत्रकार भी इससे जुड़े थे। ऐसे में उनके सामने आगे कुआं और पीछे खाई वाली स्थिति हो गई है और वे समझ नहीं पा रहे हैं कि अब क्या करें।चैनल से जुड़े लोगों के अनुसार, लॉन्चिंग के बाद जब यहां विस्तार किया गया तो करीब 109 लोगों की टीम गठित कर दी गई, जिनमें से अब धीरे-धीरे कॉस्ट कटिंग के नाम पर तमाम लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। अंदरखाने से जुड़े सूत्रों की मानें तो इस चैनल ने मुंबई, भोपाल, जयपुर, जम्मू, पटना, देहरादून और गुवाहाटी में अपने ब्यूरो बंद करने की तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे में वहां से भी पत्रकारों को निकालने की तैयारी है, जिससे छंटनी पीड़ित पत्रकारों की संख्या और बढ़ सकती है।विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, चैनल ने यह सब कवायद सरकारी विज्ञापन मिलना बंद होने के बाद कॉस्ट कटिंग के नाम पर की है। अंदरखाने से जुड़े इन सूत्रों की मानें तो चैनल को अभी तक पंजाब से सरकारी विज्ञापन मिल रहे थे, जो वहां कुछ राजनेताओं के यहां पड़े ईडी के छापे के बाद मिलने बंद हो गए। ऐसे में सरकारी विज्ञापनों के सहारे अपनी नैया पार लगाने की कोशिश में लगे चैनल को भारी झटका लगा। कुछ यही स्थिति झारखंड से भी रही। दरअसल, चैनल के लिए विज्ञापन का मुख्य स्रोत यही दो राज्य थे, लेकिन अब स्थिति विपरीत होने के बाद चैनल के खर्चे निकालना मुश्किल दिखाई देने लगा तो इसकी गाज एंप्लॉयीज पर गिरनी शुरू हो गई।चैनल से जुड़े विश्वसनीय सूत्रों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अभी तक इस चैनल में आदित्य वशिष्ठ और साहिल मंगला के शेयर सबसे ज्यादा थे, जिन्होंने चैनल को शुरू करने में करीब 60 करोड़ रुपये खर्च किए थे। उस समय टीम की सैलरी व अन्य खर्चों पर 20 करोड़, डिस्ट्रीब्यूशन पर 18 करोड़ और इक्पिवमेंट व बिल्डिंग पर करीब 30 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। हालांकि, न तो आदित्य वशिष्ठ के पास और न ही साहिल मंगला के पास चैनल चलाने का किसी तरह का अनुभव था। ऐसे में जब उन्हें लगा कि अब चैनल को इतने खर्चे पर चलाना मुश्किल होगा, तो उन्होंने इससे अलग होने में ही अपनी भलाई समझी और अधिकांश शेयर बेच दिए। अब खबर है कि चैनल के अधिकांश शेयर करीब 65 करोड़ रुपये में बेचकर दोनों अब इससे अलग हो गए हैं, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।सुनने में आ रहा है कि अब चैनल को लो-कॉस्ट मॉडल पर चलाने की तैयारी है। यानी अब चैनल में ज्यादा खर्चा नहीं किया जाएगा और सिर्फ सरकारी विज्ञापनों के सहारे इसे जब तक खींचा जाए, खींचा जाएगा। हालांकि, आधिकारिक रूप से अभी इस तरह की कोई घोषणा नहीं की गई है।इस बीच चैनल मैनेजमेंट से जुड़े सूत्रों ने इस तरह की खबरों से इनकार किया है कि चैनल को किसी को बेच दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, चैनल ज्यों का त्यों चल रहा है और इसी तरह चलता रहेगा। अभी कई नए चेहरे और शामिल होंगे। चैनल मैनेजमेंट से जुड़े सूत्रों का यहां तक कहना है कि रही बात रेवेन्यू की तो चैनल के वर्तमान मालिकों को इसे चलाने का पूर्व का कोई अनुभव नहीं था और चैनल भी सही नहीं चल रहा था, ऐसे में जब लगा कि चैनल में बेवजह के खर्चे ज्यादा बढ़ गए हैं और यह सही दिशा नहीं पकड़ पा रहा है तो शमशेर सिंह से प्रभार ले लिया गया। जल्द ही उनकी जगह नई नियुक्ति की जाएगी।वहीं, चैनल के सीईओ आरके अरोड़ा की बात करें तो उन्हें भी चैनल चलाने का ज्यादा अनुभव नहीं है। आरके अरोड़ा को नजदीक से जानने वाले लोग बताते हैं कि वह सिर्फ डिस्ट्रीब्यूशन के व्यक्ति हैं, उन्हें मैनेजमेंट और रेवेन्यू का कोई अनुभव नहीं है। इसके साथ ही चैनल में सेल्स हेड और रेवेन्यू हेड की नियुक्ति भी नहीं की गई। मार्केटिंग स्ट्रैटेजी भी कुछ खास नजर नहीं आई और सब कुछ आरके अरोड़ा के हवाले कर दिया गया। ऐसे में चैनल अपना दमदार प्रभाव छोड़ने में नाकामयाब रहा। सवाल यह भी उठ रहा है कि जब अधिकांश एडवर्टाइजर्स इस चैनल के बारे में ज्यादा जानते ही नहीं तो आखिर कैसे यह रेवेन्यू जुटाने में कामयाब होगा। जानकारों का मानना है कि वर्तमान स्थिति देखी जाए तो सिर्फ चैनल शुरू करने के नाम पर कर दिया गया, जबकि एक चैनल को लॉन्च करने के साथ-साथ उसे चलाने में जिन चीजों का सबसे ज्यादा योगदान होता है, उन्हीं तमाम बातों को नजरअंदाज कर दिया गया, ऐसे में चैनल का इतने कम समय में ‘दम’ तो फूलना ही था,दरअसल, न्यूज बिजनेस के लिए एडिटोरियल पर फोकस होना जरूरी होता ह

Source:NDTV

February 14, 2024 09:14 UTC


Bhojpuri Dance: 'मार दियो रे रसगुल्ला चला के...', रानी चटर्जी का बेजोड़ डांस जिसे करोड़ों बार देख चुके हैं उनके दीवाने

भोजपुरी सिनेमा की 'क्‍वीन' रानी चटर्जी उर्फ सबीहा शेख 34 साल की हैं। साल 2004 में भोजपुरी फिल्‍मों में 'ससुरा बड़ा पईसावाला' से उन्‍होंने डेब्‍यू किया था। तब से अब तक रानी ने अपने बूते इंडस्‍ट्री में एक अलग मुकाम बनाया है। वह पर्दे पर उन चंद हीरोइनों से हैं, जो गजब का एक्‍शन करती हैं, जबरदस्‍त डांस करती हैं, रोमांस और ड्रामा में भी वह धमाल हैं। कुल मिलाकर रानी चटर्जी एक फुल पैकेज हैं। यही कारण है कि इंडस्‍ट्री में बीते 20 साल में उन्‍होंने तगड़ी फैन फॉलोइंग बनाई है। साल 2012 रानी चटर्जी की एक फिल्‍म आई थी 'सत्‍यमेव जयते', इस एक्‍शन फिल्‍म में उनके साथ रवि किशन और अक्षरा सिंह के साथ अनुपम श्‍याम भी थे। रानी पर इस फिल्‍म में एक आइटम नंबर फिल्‍माया गया था, जिसके बोल हैं 'मार दियो रे रसगुल्‍ला चला के', यह गाना आज भी जबरदस्‍त पॉपुलर है।यूट्यूब पर वेब म्‍यूजिक चैनल ने 2015 में रानी के इस गाने का फुल वीडियो रिलीज किया था। इस गाने को खबर लिखे जाने तक 24 म‍िलियन से अध‍िक बार देखा जा चुका है। इस गीत के हिट और सुपरहिट होने के पीछे दो बड़ी वजहें हैं। पहली तो ये कि इसमें रानी चटर्जी ने बेजोड़ डांस किया है, दूसरी ये कि यह गीत भोजपुरी लोकगीताें की मिठास भरी धुन को समेटे हुए हैं।'मार दियो रे रसगुल्‍ला चला के' गाने को इंदु सोनाली और राजेश ने गाया है। इसका संगीत राजेश रजनीश ने दिया है, जबकि गीत के बोल प्‍यारे लाल यादव ने लिखे हैं। फिल्‍म के डायरेक्‍टर बबलू सोनी हैं। यह गाना आपको जरूर पसंद आएगा। खासकर, यदि आप किसी महफिल में हैं, तो इस गाने पर कदम थ‍िरकाए बिना खुद को रोक नहीं पाएंगे।

February 14, 2024 01:08 UTC


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