kamlesh tiwari murder: कमलेश तिवारी मर्डर: बरेली-पीलीभीत से जुड़े हैं अशफाक और फरीद के तार - lucknow kamlesh tiwari murder case accused ashfaq and farid's bareilly pilibhit link - News Summed Up

kamlesh tiwari murder: कमलेश तिवारी मर्डर: बरेली-पीलीभीत से जुड़े हैं अशफाक और फरीद के तार - lucknow kamlesh tiwari murder case accused ashfaq and farid's bareilly pilibhit link


हाइलाइट्स 18 अक्टूबर को लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्यासूरत से पकड़े गए थे मास्टरमाइंड समेत तीन संदिग्ध, दो आरोपी अभी फरारअशफाक और फरीद उर्फ मोइनुद्दीन के परिवार मूलरूप से बरेली-पीलीभीत के हैंवारदात में इस्तेमाल के लिए सूरत रेलवे स्टेशन के पास से खरीदी थी पिस्टलसूरत में मिठाई की दुकान के सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध आरोपीहत्या में शामिल 2 आरोपी अभी फरारहिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या के आरोपी अशफाक और फरीद उर्फ मोइनुद्दीन के तार यूपी के बरेली और पीलीभीत से जुड़े हैं। शक के घेरे में आए दोनों आरोपियों के परिवार मूलरूप से बरेली और पीलीभीत के हैं। छानबीन में पता चला है कि कमलेश की हत्या के बाद दिल्ली की ओर जाते समय दोनों इलाज के लिए बरेली के एक निजी अस्पताल भी गए थे। इस जानकारी के बाद पुलिस ने यूपी कनेक्शन के जरिए दोनों की तलाश शुरू कर दी है।जानकारी के मुताबिक अशफाक और फरीद उर्फ पठान मोइनुद्दीन अहमद ने वारदात में इस्तेमाल के लिए पिस्टल सूरत के रेलवे स्टेशन के पास से खरीदी थी। पिस्टल उपलब्ध करवाने वाले का नाम शेख बताया जा रहा है। गुजरात एटीएस उसकी तलाश में जुट गई है। एटीएस और यूपी पुलिस की टीमें पता करने का प्रयास कर रही है कि वारदात के समय दोनों ने जो कुर्ते पहने थे, उन्हें सूरत, कानपुर या लखनऊ में से कहां खरीदा गया था। होटल से वारदात के दौरान पहने गए भगवा कुर्ते भी बरामद हुए हैं। माना जा रहा है कि कुर्ते आरोपियों के खिलाफ एक अहम साक्ष्य साबित होंगे।कमलेश की हत्या में आरोपी 24 वर्षीय अशफाक पेशे से मेडिकल रेप्रिजेंटटिव है और उसकी पत्नी शिक्षक है। जबकि फरीद बेरोजगार है। अशफाक 16 अक्टूबर को घर से कंपनी के काम से चंड़ीगढ़ जाने की बात कहकर निकला था। फरीद ने भी घर में चंडीगढ़ जाने की बात कही थी।कमलेश तिवारी हत्याकांड के मास्टरमाइंड रशीद पठान के छोटे भाई की दिसंबर में शादी है। वह दो महीने पहले ही भाई की शादी के लिए दुबई से सूरत लौटा था। इस दौरान ही कमलेश की हत्या की साजिश रची। अशफाक और फरीद सूरत की मशहूर घारी मिठाई लेकर आए थे। मिठाई खरीदते वक्त फैजान के साथ फरीद भी था।रशीद, फैजान, फरीद, अशफाक और मोहसिन ने हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या की साजिश रचने के लिए दो माह में 50 से ज्यादा बैठकें की थीं। हालांकि आरोपियों ने वर्ष 2015 में ही कमलेश की हत्या का मन बना लिया था लेकिन किसी न किसी वजह मकसद में कामयाब नहीं हो पा रहा था। रशीद ने दुबई में रहते हुए लगातार अपने साथियों को हत्या के लिए लखनऊ भेजने की कोशिश की थी। इसके बाद दुबई से लौटने के बाद खुद ही हत्या करने का मन बना लिया। माना जा रहा है कि हत्या के बाद उसने दुबई जाने की योजना बनाई थी।


Source: Navbharat Times October 21, 2019 02:54 UTC



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