शिव शंकर के नाम भले ही अनेक हों, लेकिन उन्हें पूजने का केवल एक ही तरीका है और वह है सच्ची श्रद्धा और भक्ति. कहते हैं कि तन-मन और पूर्ण श्रद्धा से जो कोई भी भोले भंडारी की आराधना करता है उसे मनवांछित फल मिलता है. - अब शमी के पत्ते चढ़ाते हुए ये मंत्र बोलें:अमंगलानां च शमनीं शमनीं दुष्कृतस्य च।दु:स्वप्रनाशिनीं धन्यां प्रपद्येहं शमीं शुभाम्।।- शमी के पत्ते चढ़ाने के बाद शिवजी को धूप और दीपक दिखाएं. - अंत में कपूर या गाय के घी वाले दीपक से भगवान शिव की आरती उतारें. हालांकि भक्त रात्रि के चारों प्रहरों में से किसी भी एक प्रहर में सच्ची श्रद्धा भाव से शिव पूजन कर सकते हैं.
Source: NDTV February 21, 2020 06:56 UTC