मिस्बाह उल हक को पिछले महीने पाकिस्तान का हेड कोच और चीफ सिलेक्टर नियुक्त किया गया थामिस्बाह के मुताबिक- मैंने पिछले कोच (मिकी ऑर्थर) के बराबर ही सैलरी की डिमांड की थीDainik Bhaskar Sep 26, 2019, 06:25 PM ISTखेल डेस्क. पाकिस्तान क्रिकेट टीम के हेड कोच और चीफ सिलेक्टर मिस्बाह उल हक ने पहली बार अपने वेतन पर बात की है। उनके मुताबिक, “मैंने पीसीबी से कहा था कि मुझे उतना ही वेतन दिया जाए जितना पूर्व कोच मिकी ऑर्थर को मिलता था।” श्रीलंका के खिलाफ तीन वनडे मैच की सीरीज के पहले इस पूर्व कप्तान ने मीडिया से बातचीत की। इसी दौरान उनसे सैलरी और पीसीबी पर कई तीखे सवाल पूछे गए। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मिस्बाह का वेतन 28 लाख रुपए (पाकिस्तानी मुद्रा) महीने है। इस लिहाज से वो टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री से काफी पीछे हैं।पीसीबी पर कोई जादू नहीं कियाश्रीलंका और पाकिस्तान के बीच पहला वनडे शुक्रवार को खेला जाएगा। इसके पहले मिस्बाह ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान एक पत्रकार ने पाकिस्तान के हेड कोच से पूछा- आपको हेड कोच और चीफ सिलेक्टर दोनों बनाया गया है। आपने क्या जादू किया। इस पर मिस्बाह ने हंसते हुए कहा- मैंने पीसीबी पर कोई जादू नहीं किया। एक अन्य रिपोर्टर ने मिस्बाह से उनकी सैलरी के बारे में पूछा। इस पर दाएं हाथ के इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा- मैंने तो बोर्ड से सिर्फ पूर्व कोच (मिकी ऑर्थर) के बराबर सैलरी मांगी थी।सालाना 3 करोड़ 36 लाख रुपए‘जियो न्यूज’ के मुताबिक, मिकी ऑर्थर को 24 लाख रुपए प्रतिमाह (पाकिस्तानी करंसी) मिलते थे। मिस्बाह पर दोहरी जिम्मेदारी है। इसलिए उनका वेतन 4 लाख रुपए ज्यादा यानी 28 लाख रुपए महीने है। यह सालाना करीब 3.36 करोड़ रुपए होता है। इसी रिपोर्ट में कहा गया है कि टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री का सालाना वेतन करीब 10 करोड़ रुपए (भारतीय मुद्रा) है। इस लिहाज से देखें तो मिस्बाह का वेतन शास्त्री की तुलना में करीब दो गुना कम है।‘टुक-टुक’ पर नाराज हेड कोचइसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक रोचक वाकया हुआ। एक रिपोर्टर ने मिस्बाह से पूछा, “जब आप बैटिंग करते थे तो टुक-टुक (ज्यादा डिफेंसिव होना) काफी करते थे। नए लड़कों को भी क्या यही सिखाएंगे?” सवाल चुभने वाला था। मिस्बाह नाराज हुए लेकिन बाद में हंसते हुए कहा, “आपका सवाल टुक-टुक पर ज्यादा है। या तो आपको गाड़ी नहीं मिली या फिर किसी ने सिखाकर भेजा है।
Source: Dainik Bhaskar September 26, 2019 11:42 UTC