कोरोना का नया खतरा: जानवरों को कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा इंसानों से, जानवरों में संक्रमण हुआ तो भविष्य में इनसे दोबारा महामारी फैलने का खतरा - News Summed Up

कोरोना का नया खतरा: जानवरों को कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा इंसानों से, जानवरों में संक्रमण हुआ तो भविष्य में इनसे दोबारा महामारी फैलने का खतरा


Hindi NewsHappylifeWild Animals Such As Lions, Tigers And Apes Could Catch Covid 19 From Humans And Act As 'reservoirs' For The Virus Leading To Repeat Outbreaksकोरोना का नया खतरा: जानवरों को कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा इंसानों से, जानवरों में संक्रमण हुआ तो भविष्य में इनसे दोबारा महामारी फैलने का खतरा5 घंटे पहलेकॉपी लिंकरिसर्चर्स के मुताबिक, जानवरों में भी कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा पालतू जानवरों को है, क्योंकि ये इंसानों से सीधे संपर्क में रहते हैं।बेल्जियम के वैज्ञानिकों ने उन 28 जानवरों की सूची जारी की, जिन्हें इंसानों से संक्रमित होने का खतरा हैरिसर्चर्स का दावा, जानवरों में कोरोना पहुंचा तो इनमें लम्बे समय तक टिका रह सकता है और भविष्य में संक्रमण फैल सकता हैकोरोना का अब नया खतरा इंसानों से जानवरों को है। बेल्जियम के वैज्ञानिकों ने 28 जानवरों की सूची जारी की है। इनमें इंसानों से कोरोनावायरस पहुंच सकता है। सूची में कुत्ता, बिल्ली, भेड़, चीता और खरगोश समेत कई जानवर शामिल हैं।रिसर्च करने वाली बेल्जियम की एंटवर्प यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है, जानवरों में भी कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा खासकर पालतू जानवरों को है, क्योंकि ये इंसानों से सीधे संपर्क में रहते हैं। रिसर्चर्स ने चेतावनी दी है कि अगर जानवरों में कोरोना का संक्रमण होता है तो इनमें वायरस लम्बे समय तक टिका रह सकता है और भविष्य में दोबारा महामारी आ सकती है।जानवर न मास्क लगा सकते हैं और न सोशल डिस्टेंसिंग समझते हैंरिसर्चर डॉ. सोफी ग्रेसील्स कहती हैं, कोरोना के संक्रमण को इंसानों में रोकना मुश्किल हो रहा है, सोचिए अगर यह जानवरों में फैला तो क्या होगा। ये न तो मास्क लगा सकते हैं और न ही सोशल डिस्टेंसिंग को समझते हैं। इंसानों से फैलने वाले कोरोना को इनमें पहुंचने से रोकना जरूरी है।डॉ. सोफी ग्रेसील्स कहती हैं, कुछ जानवर ऐसे हैं जिनमें कोरोना आसानी से पहुंच सकता है। इन्हें तीन कैटेगरी में बांटा गया है। पहली कैटेगरी जूलॉजिकल है, इनमें वो जानवर हैं, जो जंगलों में पाए जाते हैं। दूसरी कैटेगरी डोमेस्टिक में पालतू जानवर हैं। वहीं, तीसरी कैटेगरी में वो जानवर हैं, जिनका इस्तेमाल खेती-किसानी में किया जाता है।3 कैटेगरी इन 26 जानवरों को इंसानों से संक्रमण का खतराजूलॉजिकल डोमेस्टिक एग्रीकल्चरल तेंदुआ खरगोश भेड़ अरेबियन ऊंट गोल्डन हैम्सटर गाय पांडा चीनी हैम्सटर हायब्रिड गाय पोलर बियर कुत्ता पालतू याक जंगली याक गिलहरी फेरेट (यूरोपियन पोलकैट) अफ्रीकी लंगूर गिनी पिग बकरी गोल्डन स्नब-नोज्ड मंकी बिल्ली गधा ओरैंगउटान घोड़ा गोरिल्ला सूअर बोनोबो रेड फॉक्स चिम्पैंजीइनसे संक्रमण फैलने का खतराडॉ. ग्रेसील्स और रिसर्च टीम ने चेतावनी दी है कि जंगली जानव में कोरोना खास तरह के लोगों से अंजाने में फैल सकता है। इनमें पशु संरक्षणकर्ता, फॉरेस्ट्री वर्कर, पेस्ट कंट्रोल स्टाफ और वाइल्ड लाइफ टूरिस्ट शामिल हैं। इसके अलावा वाइल्डलाइफ रिहैबिलिटेशन सेंटर में काम करने वाला स्टाफ और पर्यावरणवि्द से भी संक्रमण फैलने का खतरा है। इन्हें सतर्क रहने की जरूरत है।जानवरों के करीब जाने पर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग रखना जरूरीडॉ. ग्रेसील्स कहती हैं, इंसान अगर जंगल में किसी तरह की एक्टिविटी के लिए जाते हैं तो उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार रखने के साथ मास्क लगाना जरूरी है। मैमल रिव्यू जर्नल में प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक, सिर्फ जंगली ही नहीं, पालतू जानवरों को भी सुरक्षित रखने के लिए इंसानों को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग बरतने की जरूरत है।


Source: Dainik Bhaskar October 08, 2020 23:30 UTC



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