कालका से हरिद्वार जा रही यात्रियों से भरी तेज रफ्तार टूरिस्ट बस रविवार सुबह बिलासपुर-छछरौली मार्ग पर शाहपुर के पास अंधे मोड़ पर अनियंत्रित होकर गन्ने के खेत में पलट गई। हादसा के समय अधिकांश यात्री नींद में थे। बस के पलटते ही यात्रियों में चीख पुकार मच गई। हादसे के बाद मौके पर काफी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए।उन्होंने यात्रियों को बस से बाहर निकालना शुरू किया अाैर सूचना पुलिस को दी गई। इसके बाद घायल यात्रियों को एंबुलेंस से बिलासपुर के सरकारी अस्पताल में भेजा गया। यहां पर प्राथमिक उपचार के बाद सभी को पंचकूला के सेक्टर-6 अस्पताल में रेफर कर दिया गया। अधिकांश यात्री कालका के रहने वाले हैं। बस यात्रियों को बिलासपुर छछरौली मोड़ स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर ढाका बसातियांवाला में मत्था टेकने के बाद हिमाचल के पांवटा साहिब के गुरुद्धारा साहिब के लिए जाना था। उसके बाद हरिद्वार का प्लान था। बस जैसे ही सुबह करीब साढ़े सात बजे शाहपुर मोड़ पर पहुंची तो मोड़ पर एक कार को बचाने के चक्कर में गन्ने के खेत में पलट गई। एएसआई सतीश कुमार एचसी सुरेश कुमार ने घायलों को एंबुलेंस से सिविल अस्पताल बिलासपुर पहुंचाया। वहीं पुलिस ने बाकी यात्रियों को एक निजी पैलेस में ठहाराया। दो घंटे बाद यात्रियों के परिजन मौके पर पहुंचे और अपने परिजनों को अपने साथ कालका ले गए। घायल जग्गी ने बताया कि बस के सामने से आ रही तेज रफ्तार कार के कट मारने से हादसा हुआ। बस में करीब 52 सवारियां थीं। एक दर्जन के करीब सवारियों को चोट लगी। स्थानीय निवासी अमरीक सिंह, साहब सिंह, कुलबीर सिंह, गुरपाल सिंह, नैब सिंह, अरविंद बाली, लाड़ी, रमेश का कहना है कि बिलासपुर छछरौली रोड़ पर शाहपुर के पास सड़क में मोड़ बहुत खतरनाक है। जिससे पहले भी एेसे हादसे हाे चुके हैं।बिलासपुर|गन्ने के खेत में पलटी टूरिस्ट बस।अनीमा प|ी विश्वजीत, कमलेश प|ी तरसेम, तरसेम पुत्र प्यारेलाल, मीना प|ी पवन, सुधा प|ी संजय, विनोद पुत्र ताराचंद, इंद्र पुत्र सुनील, सुनीता प|ी जीतराम, हर्ष प|ी नरेश, जग्गी पुत्र रचनाराम, वेला प|ी विनय, आशु पुत्र नरेश गर्ग सभी कालका निवासी हैं।
Source: Dainik Bhaskar November 18, 2019 01:52 UTC