सांकेतिक तस्वीरहाइलाइट्स एक रिपोर्ट के मुताबिक 15 दिनों के त्योहारी सीजन में फ्लिपकार्ट और ऐमजॉन ने मिलकर 31 हजार करोड़ रुपये की सेल कीहालांकि जानकारों ने 40 हजार करोड़ का अनुमान लगाया था। इस लिहाज से बिक्री कम रह गई हैवहीं रिपोर्ट में कहा गया है कि छोटे शहरों में लोग ऑनलाइन शॉपिंग की तरफ आ रहे हैंदेश के दो सबसे बड़े ऑनलाइन रिटेलर फ्लिपकार्ट और ऐमजॉन ने अक्टूबर में 15 दिनों के त्योहारी सीजन में 31 हजार करोड़ की सेल की है। रेड सीर कन्सल्टिंग कंपनी के मुताबिक यह आंकड़ा अनुमान के हिसाब से कम है। जानकारों का कहना था कि लगभग 40 हजार करोड़ की सेल होगी। फ्लिपकार्ट की एवरेज ऑर्डर वैल्यू 1,976 रुपये रही वहीं ऐमजॉन की 1,461 रुपये थी। इससे पता चलता है कि लोगों ने महंगे समान वॉलमार्ट की स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट से खरीदे गए।इन दो कंपनियों की बात करें तो फ्लिपकार्ट की बिक्री का शेयर 64 फीसदी रहा। वहीं नेट प्रमोटर स्कोर (NPS) के मामले में ऐमजॉन आगे रहा। एनपीएस से ग्राहकों की लॉयलिटी का पता चलता है। विश्लेषकों ने जितनी बिक्री का अनुमान लगाया था उससे 14 फीसदी कम ही सेल हुई। दोनों कंपनियों की बिक्री का अनुमान 5 अरब डॉलर का था।रेडसीर के मुताबिक ऐमजॉन पर इलेक्ट्रॉनिक और फैशन आइटम की अच्छी उपलब्धता के चलते एनपीएस अच्छा रहा है। वहीं फ्लिपकार्ट ने छोटे शहरों में अच्छी सेल की है। मिलीजुली बात करें तो दोनों कंपनियों में कांटे की टक्कर थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐमजॉन पर कैंसलेशन रेट भी कम थी।भारत में ऐमजॉन के हेड अमित अग्रवाल ने कहा, 'हमें खुशी है कि देश की नई डिजिटल इकॉनमी बनाने में ऐमजॉन बड़ा सहयोग कर रहा है।' फ्लिपकार्ट की तरफ से कहा गया की जितना मिला है, उम्मीद उससे ज्यादा की थी। बता दें कि त्योहारी सीजन इन कंपनियों के लिए स्पर्धा के लिहाज से भी महत्वपूर्ण रहता है क्योंकि लोग ऐसे समय में ही महंगे सामान लेते हैं और नए सामान की खोज करते हैं।फरवरी में नई ईकॉमर्स पॉलिसी लागू होने के बाद यह पहला त्योहारी मौसम था। दोनों ही कंपनियों का कहना है कि नई पॉलिसी से सेल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। हालांकि रिपोर्ट के मुताबिक इंटरनेट मार्केट में वृद्धि काफी धीमी देखी गई है। इसके अलावा छोटे शहरों में लोग ज्यादा ऑनलाइन शॉपिंग को तवज्जो देने लगे हैं।
Source: Navbharat Times November 18, 2019 05:04 UTC