Kumbh Mela 2019 : How to reach Prayagraj by Train, flight and Road - ट्रेन, फ्लाइट और सड़क मार्ग से ऐसे पहुंचें प्रयागराज - News Summed Up

Kumbh Mela 2019 : How to reach Prayagraj by Train, flight and Road - ट्रेन, फ्लाइट और सड़क मार्ग से ऐसे पहुंचें प्रयागराज


कुंभ में शामिल होने के लिए प्रयागराज पहुंचना आसान है। दिल्ली से यह शहर सड़क, रेल और हवाई मार्ग से जुड़ा हुआ है। दिल्ली-हावड़ा मुख्य रेलमार्ग पर स्थित इलाहाबाद जंक्शन प्रयागराज का प्रमुख स्टेशन है। दिल्ली से प्रयागराज के लिए सीधी बस सेवा तो है ही दर्जनों ट्रेनें भी हैं। यदि आप सड़क मार्ग से पहुंचना चाहते हैं तो दिल्ली-आगरा एक्सप्रेस होते हुए आगरा से एनएच 2 के जरिए पहुंच सकते हैं। प्रयागराज अब हवाई मार्ग से भी कई शहरों से जुड़ चुका है। दिल्ली से प्रयागराज के लिए रोज दो फ्लाइट हैं। एयर इंडिया और स्पाइस जेट हवाई सेवा दे रहीं हैं। इसी तरह लखनऊ, पटना, इंदौर, नागपुर से भी फ्लाइट्स उपलब्ध हैं। प्रयागराज वाटरवेज रूट संख्या 1 पर स्थित है और कुंभ मेले के दौरान इस पर क्रूज भी चलेंगे। जिससे कोलकाता, पटना और वाराणसी के रास्ते क्रूज से भी प्रयागराज पहुंचा जा सकता है।कुंभ में हर आय वर्ग के श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए टेंट सिटी, पीजी और होटल उपलब्ध होंगे। अगर आप टेंट में रुकना चाहते हैं तो कल्पवृक्ष (www.kalpvrikash.in, Mob-9415247600), कुंभ कैनवास (www.kumbhcanvas.com, Mob-6388933340), वैदिक टेंट सिटी (ww.kumbhtent.com, Mob-9909900776), इंद्रप्रस्थम सिटी (www.indraprasthamcity.com, Mob-8588857881) की वेबसाइट या मोबाइल नंबर पर फोन करके अपनी बुकिंग करा सकते हैं। इन टेंट सिटी में 1000 रुपए से लेकर 35 हजार रुपये तक के सामान्य और लक्जरीवाले टेंट मिलेंगे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग (उत्तर प्रदेश सरकार) भी कुंभ मेला 2019 में पर्यटकों के रहने के लिए सुविधा दे रहा है। हालांकि, पहले व दूसरे शाही स्नान पर टेंट कालोनी में बुकिंग फुल हो चुकी है। इस कॉलोनी में 51 अत्याधुनिक टेंट लगाए गए हैं। इनमें 21 महाराजा व 30 डीलक्स टेंट हैं। सुपर लग्जरी महाराजा टेंट कॉलोनी विदेशी पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखकर बनाई गई है। शहर में सामान्य से लेकर तीन सितारा सुविधाओं वाले होटल भी हैं। लेकिन जनवरी से मार्च तक इनमें ठहरने के लिए आपको 3000 से 15000 प्रतिदिन चुकाने होंगे। होटलों ने सामान्य दिनों की अपेक्षा अपने किराए कई गुना बढ़ा दिए हैं। प्रयागराज के जिलाधिकारी सुहास एल वाई बताते हैं कि शासन ने इस बार प्रयागराज में पहली बार ब्रेड ऐंड बेड योजना के तहत होमस्टे जैसी सुविधाओं का इंतजाम किया है और कई लोगों को होमस्टे चलाने के लिए लाइसेंस भी दिया है, जिससे कम कीमत पर सैलानी और तीर्थ यात्रियों को बेहतर आवास की व्यवस्था मुहैया हो सके। तीर्थयात्रियों की निशुल्क सेवा के लिए भी डोरमेट्री जैसी सुविधाओं का प्रबंध किया गया है। इसके साथ ही इलाहाबाद जंक्शन पर करीब 10,000 यात्रियों की क्षमता वाले चार रैन बसेरे बनाए गए हैं। इन रैन बसेरों में वेंडिंग स्टॉल, वॉटर बूथ, टिकट काउंटर, एलसीडी टीवी, पीए सिस्टम और सीसीटीवी कैमरे होंगे।सभी टूर उत्तर प्रदेश पर्यटन विकास निगम की वेबसाइट से ऑनलाइन बुक कराए जा सकते हैं। कुंभ मेले की तैयारियों के तहत प्रयागराज शहर और मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं का बेहतरीन प्रबंध किया गया है। अपर निदेशक स्वास्थ्य एके पालीवाल ने बताया कि शहर के अस्पतालों में मेले के लिए अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गई है। मेले में 300 डॉक्टरों की तैनाती की गई है। मेले में सौ बेड का सेंट्रलाइज हॉस्पिटल भी बनाया गया है। जिसमें आईसीयू तक की सुविधाएं होंगी। इसके साथ ही श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए 80 एंबुलेंस 4 वॉटर एंबुलेंस और एक एयर एंबुलेंस भी तैनात होगी।कुंभ के लिए दिल्ली समेत कई राज्यों से यूपी सरकार 8000 बसें चलाएगी। प्रदेश के सभी जिलों से प्रयागराज के लिए विशेष बसों का संचालन होगा। हालांकि शुरू में पहले 6000 बसें ही चलाई जाएंगी, 2000 बसें बैकअप के रूप में रहेंगी। अकेले लखनऊ से ही 400 बसें चलायी जाएंगी। प्रयागराज के ये रेलवे स्टेशन देश के कोने-कोने से जुड़े हुए हैं। ऐसे में आप आईआरसीटीसी से अपनी सुविधा के अनुसार सीट बुकिंग करा सकते हैं। इसके अलावा कुंभ मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 800 स्पेशल ट्रेनें भी चलेंगी। इनमें से 300 ट्रेनों को निर्धारित टाइम टेबल के अनुसार चलाई जाएंगी। देश के हर जोन से 6 विशेष ट्रेनें होंगी। नॉर्थ सेंट्रल रेलवे के पीआरओ अमित मालवीय ने बताया कि स्पेशल ट्रेनों का टाइम टेबल निर्धारित कर जारी भी किया जा चुका है।कुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा मेला है। बावजूद इसके सरकार ने सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की है। पहली बार प्रयागराज शहर के साथ ही पूरे मेला क्षेत्र को सीसीटीवी कैमरों से कवर किया गया है और इसकी निगरानी इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर से होगी। यानी मेले के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा एजेंसियों की नजर रहेगी। मेले की सुरक्षा में यूपी पुलिस के साथ ही पीएसी, आरएफ , एनडीआरएफ , सीआरपीएफ, एटीएस, सेना को तैनात किया गया है। मेले में किसी अनहोनी को रोकने के लिए आपदा प्रबंधन दल भी उपलब्ध रहेगा।कुंभ मेले के लिए प्रयागराज शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। पेंट माय सिटी के तहत शहर के सभी महत्वपूर्ण चौराहे और इमारतें कुंभ के रंग में रंगी जा चुकी हैं। वैसे तो समूचा कुंभ मेला क्षेत्र ही अपने आप में दर्शनीय और अनूठा होगा लेकिन कुछ खास स्थल ऐसे भी होंगे, जहां आपको भारतीय कला और संस्कृति के नजदीक से दर्शन हो सकेंगे। अखाड़ों में जहां नागा संतों की दिनचर्या व अनूठे करतब देखने को मिलेंगे वहीं अरैल मेला क्षेत्र में बनाए गए संस्कृति और कला ग्राम में पूरे भारत की झलक दिखेगी। कला ग्राम के पास ही उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र का पंडाल होगा। जहां देश के सात सांस्कृतिक केंद्रों की प्रस्तुति हर रोज होगी। कुंभ में आने वाले श्रद्धालु व पर्यटक पहली बार अकबर के किले में स्थित अक्षय वट और सरस्वती कूप के भी दर्शन कर सकेंगे। इसके साथ ही 12 माधव की परिक्रमा और क्रूज की सवारी का भी आनंद ले सकेंगे। अरैल मेला क्षेत्र और मुख्य मेला क्षेत्र म


Source: Navbharat Times January 08, 2019 04:36 UTC



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