एक बात सबसे पता है कि भई सिगरेट स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। पर पता है कि उसका बचा हुआ बट जो लोग जमीन पर गिरा देते हैं वो दुनिया के लिए हानिकारक है। हमारी पृथ्वी के लिए हानिकारक है। 27 साल के नमन ने सिगरेट के इस बट से ही बिजनेस करने का प्लान बनाया। वो इस प्लान में सफल भी हुए। उन्होंने इस बट से ही कई जरूरत के प्रोडक्ट्स तैयार किए।बनाते हैं ये सब कुछनमन नोएडा में रहते हैं। उन्होंने सिगरेट वेस्ट मैनेजमेंट और रिसाइकिलिंग पर काम किया। उन्होंने एक कंपनी बनाई हैं। यहां वे देश के अलग-अलग राज्यों से सिगरेट बट का कलेक्शन करके उसे रिसाइकिल करते हैं। इसके जरिए वे मॉस्किटो रिपलेंट, पिलो, कुशन, टेडी, की-चेन जैसे प्रोडक्ट बनाते हैं। बता दें कि नमन अभी तक 300 मिलियन से ज्यादा सिगरेट बट रिसाइकिल कर चुके हैं।जब पीजी में रहते थे तभी आया था ये आइडियानमन ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि जब वो पीजी में रहते थे। तो उन्होंने यंगस्टर्स को देखा कि वे किस तरह सिगरेट पीते हैं। कितनी ज्यादा लत है उन्हें सिगरेट की। यहां तक कि वे सिगरेट के टुकड़ों को कहीं भी फेंक देते हैं। फिर नमन ने इस पर रिसर्च किया। उन्हें पता चला कि इसे डी-कंपोज होने में 10 साल तक का समय लगता है।बनाए जा सकते हैं प्रोडक्ट्सबट के नीचे वाले हिस्से में पॉलीमर या फिर फाइबर मेटेरियल होता है। 4 महीने तक उन्होंने इसपर रिसर्च की। पता चला कि रिसाइकल करके इनके बायोप्रोडक्ट बनाए जा सकते हैं। फिर उन्होंने एक कंपनी बनाई और इसके जरिए बायोप्रोडक्ट बनाने में लग गए।ऑनलाइन बेचते हैं ये सारा सामाननमन ये फाइबर पिलो, कुशन, टैडी और की-चेन भी जैसे सभी प्रोडक्ट को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए बेचते हैं। उनके काम में करीब 1000 लोग जुड़े हैं। इतना ही नहीं, 40 महिलाओं को भी उन्होंने रोजगार दिया है। तो देखा आपने, कैसे नमन सिगरेट वेस्ट से धरती को भी बचा रहे हैं और अपना बिजनेस भी चला रहे हैं। अगर आपके आसपास कोई ऐसी कहानियां हो तो हमारे साथ जरूर शेयर करें।Images Source: DB
Source: Navbharat Times September 15, 2020 05:21 UTC