Dainik Bhaskar May 28, 2019, 04:09 PM ISTलालू ने कहा- भाजपा को हटाना विरोधी दलों का साझा उद्देश्य था, हम राष्ट्रीय स्तर पर संदेश देने में नाकाम रहे‘विपक्ष लोकसभा चुनाव हार गया। सभी दलों को साथ मिलकर सोचना चाहिए कि क्या कमी रह गई’पटना. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफा देने की पेशकश को राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने आत्मघाती कदम बताया है। चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू ने राहुल से ऐसा न करने की अपील की है।एक अंग्रेजी अखबार ने रिम्स हॉस्पिटल में लालू से मिलने गए एक लेखक के हवाले से खबर छापी है। इसके मुताबिक, लालू ने कहा कि भाजपा तो यही चाहती है कि राहुल इस्तीफा दें। अगर राहुल अपने फैसले पर अड़े रहते हैं तो वह भाजपा के जाल में फंस जाएंगे। राहुल का यह फैसला संघ के खिलाफ मोर्चाबंद सभी ताकतों को नुकसान पहुंचाएगा।‘मोदी और शाह रिमोट कंट्रोल से चलने का आरोप लगाएंगे’लालू ने यह भी कहा कि अगर गांधी-नेहरू परिवार से बाहर का कोई व्यक्ति कांग्रेस अध्यक्ष बनता है तो नरेंद्र मोदी और अमित शाह ब्रिगेड उसे रिमोट से चलने वाला नेता बताएंगे। भाजपा के लोग कहेंगे कि राहुल और सोनिया गांधी पार्टी को रिमोट से कंट्रोल कर रहे हैं। यह खेल अगले लोकसभा चुनाव तक चलेगा। इसलिए भाजपा को यह मौका नहीं देना चाहिए।लालू के मुताबिक, ‘‘सच्चाई यह है कि विपक्ष लोकसभा चुनाव हार गया। सभी दलों को साथ मिलकर सोचना चाहिए कि क्या कमी रह गई। सभी विपक्षी दलों को सांप्रदायिक ताकत को हटाने के लिए एकजुट होना होगा। भाजपा को हटाना चुनाव में विरोधी दलों का साझा उद्देश्य था, लेकिन हम इसे नेशनल नैरटिव बनाने में नाकाम रहे।’’‘‘विपक्षी दलों ने लोकसभा का चुनाव राज्य के चुनाव की तरह लड़ा। विपक्ष रणनीति बनाने और उसे जमीन पर उतारने में नाकाम रहा। लोग राष्ट्रीय स्तर पर विकल्प की तलाश कर रहे थे। अपने-अपने राज्य में अव्यवस्थित तरीके से भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ रहा विपक्ष वह विकल्प नहीं दे सका।’’‘बिना दूल्हे की बारात था विपक्ष’लालू यादव ने यह भी कहा कि हर चुनाव की अपनी कहानी होती है। इस चुनाव में भाजपा के पास मोदी के रूप में एक निर्विवाद नेता था। दूसरी ओर विपक्ष के पास कोई ऐसा नेता नहीं था जिस पर सभी सहमत होते। विपक्ष ऐसी बारात की तरह था, जिसके पास दूल्हा नहीं था।बिहार विधानसभा का जिक्र करते हुए लालू ने कहा कि लोगों को यह याद होगा कि मैं 2015 के चुनाव में नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाना चाहता था। मुलायम सिंह यादव ने एक सभा में नीतीश को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया तो मैंने भी उन्हें अपनी बारात का दूल्हा बना लिया।
Source: Dainik Bhaskar May 28, 2019 06:57 UTC