Hindi NewsLocalRajasthanJaipurThe Thug Asked For 72 Thousand Rupees For 6 Boilers Of Injection Of Black Fungus, Said Give Full Money, Whatever Happens To The Mother, Death Occurred After Three Daysब्लैक फंगस के इंजेक्शन के नाम पर ठगी: खुद को CMHO ऑफिस का बताकर 6 वायल के लिए 40 हजार रुपए लिए, युवती की मां ने दम तोड़ा, फिर भी नहीं मिली डोजजयपुर 10 घंटे पहलेकॉपी लिंकजयपुर में ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की 6 वायल देने का झांसा देकर युवती से 40 हजार रुपए ठग लिए गए। खास बात यह है कि ठगी करने वालों ने खुद को सीएमएचओ (चीफ मेडिकल हेल्थ ऑफिसर) ऑफिस का कर्मचारी बताया था। निजी हॉस्पिटल प्रबंधन ने मरीज का पूरा विवरण देते हुए सीएमएचओ ऑफिस को इंजेक्शन के लिए ई-मेल किया था। सवाल यह उठता है कि ईमेल की जानकारी ठगों तक कैसे पहुंची। ठगों ने 6 इंजेक्शन की डिलीवरी देने का झांसा दिया और 40 हजार रुपए ले लिए। इंजेक्शन फिर भी नहीं दिए। तीन दिनों तक युवती की मां तड़पती रही। बाद में दम तोड़ दिया। मालवीय नगर निवासी सुरभि भार्गव (26) पुत्री अनिल भार्गव ने मां की मौत होने के बाद ठगी का मामला 9 जुलाई को जयपुर के मालवीय नगर थाने में दर्ज कराया है।कोरोना होने पर कराया था भर्तीसुरभि ने रिपोर्ट में बताया कि मां कविता भार्गव को कोरोना होने पर निजी अस्पताल के आईसीयू वार्ड़ में भर्ती करवाया था। 1 जून को डॉक्टरों ने बताया कि कविता को ब्लैक फंगस हो गया है। आईसीयू में फेफड़ों का इलाज शुरू हुआ। कविता की तबीयत लगातार बिगड़ रही थी। उसी दिन डॉक्टरों ने उसे ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की 6 वायल लगातार 5 दिनाें तक लगाने की सलाह दी। डॉक्टर ने उन्हें बताया कि आवेदन करने पर सीएमएचओ की ओर से इंजेक्शन दिए जाएंगे। इसके बाद सीएमएचओ ऑफिस को ईमेल किया गया।रात को 8 बजे फोन कर 40 हजार रुपए मांगे1 जून को सुरभि के पास रात करीब 8 बजे अमित वर्मा नाम के युवक का फोन आया। उसने खुद को सीएमएचओ ऑफिस में कर्मचारी बताया। उसने फोन पर कहा कि आपकी मां को इंजेक्शन की जरूरत है। हम आपको इंजेक्शन दे देंगे। उसने 6 वायल के प्रति इंजेक्शन 12 हजार रुपए के हिसाब से 72 हजार रुपए मांगे। उसने 400 रुपए डिलीवरी चार्ज मांगे। मां की गंभीर स्थिति को देखते हुए सुरभि ने बात मान ली। तब अमित वर्मा ने इंजेक्शन देने के लिए आधी रकम एडवांस में मांगी। सुरभि ने उसके बैंक खाते में फोन-पे के जरिए 20-20 हजार रुपए दे दिए। 2 जून को अस्पताल प्रबंधन ने सुरभि से कहा कि इंजेक्शन का भुगतान उसे अस्पताल के जरिए ही करना होगा। सुरभि ने अमित को फोन कर इंजेक्शन की डिलीवरी के बारे में पूछा।पूरे रुपए देने पर डिलीवरी का बनाया दबावसुरभि ने फिर अमित वर्मा को फोन कर इंजेक्शन मांगे। उसने सुरभि पर दबाव बनाने हुए कहा कि पूरे पैसे दो, तभी इंजेक्शन मिलेंगे। इतना सब कुछ होने के बाद सुरभि को संदेह होने लगा। उसने अमित से आईडी कार्ड दिखाने को कहा। अपनी पोल खुलती देख अमित ने कहा कि पैसे पूरे नहीं दिए तो इंजेक्शन किसी अन्य मरीज को दे दिए जाएंगे। तुम्हारी मां की स्थिति जो भी है, इसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं होगी। इतना कहते हुए अमित ने फोन बंद कर दिया। इसके बाद सुरभि ने उसे वाॅट्सऐप कर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी।रुपए वापस मांगे तो फर्जी रसीदें भेजीसुरभि ने अमित से पुलिस थाने में शिकायत करने की बात बोलकर वापस रुपए मांगे। तब उसने बोला कि रुपए वापस भेज देंगे, शिकायत मत करना। उसके पास एक फर्जी रसीद व्हाटसऐप पर भेज दी, जबकि उसके पास खाते में रुपए नहीं आए। सुरभि ने दोबारा फोन कर रुपए नहीं आने की बात कही। युवक ने दोबारा से उसे भुगतान का एक स्क्रीन शॉट भेजा, लेकिन उसके पास रुपए नहीं पहुंचे। उसने रुपए भी वापस नहीं लौटाए और इंजेक्शन भी नहीं दिए। तीन दिनों तक उसे झांसा देता रहा। 4 जून को उसकी मां की ब्लैक फंगस से मौत हो गई।पुलिस के पास मदद के लिए भटकती रहीसुरभि ने बताया कि मां की मृत्यु होने के बाद 12 जून को उन्होंने मालवीय नगर पुलिस को घटना की रिपोर्ट दी। इसके बावजूद उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। वह कई दिनों तक रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए भटकती रही। फिर उसने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
Source: Dainik Bhaskar July 10, 2021 11:06 UTC