हालांकि, इस खर्च के तहत कृषि मशीनरी, सूक्ष्म सिंचाई और जैविक खेती जैसी महत्वपूर्ण चीजों के लिए 25 प्रतिशत राशि ही खर्च की है. इसके लिए सरकार सब्सिडी भी देती है, साथ ही किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पर खर्च (Expenditure on PM Crop Insurance Scheme)बहुत ही खास बात यह है कि पिछले 5 सालों की योजनाओं के कुल खर्च का 36 प्रतिशत सिर्फ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पर खर्च किया है. वित्त वर्ष 2019-20 के लिए 13.50 लाख करोड़ रुपए का लक्ष्य था, जबकि वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 15 लाख करोड़ रुपए का लक्ष्य था, तो वहीं वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 16.50 लाख करोड़ रुपए का लक्ष्य तय किया गया है. इसके अलावा फसल अवशेषों के प्रबंधन के लिए कृषि यंत्रों को बढ़ावा देने के लिए 5 सालों में सिर्फ 1,749 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं.
Source: Dainik Jagran November 13, 2021 08:20 UTC