वहीं महोबा जिले में किसान बलराम मिश्रा के घर 20 साल पहले जन्माष्टमी के दिन जन्मी गाय का नाम 'कृष्णा' रखा गया था. प्रियंका गांधी की स्कूटी का चालान भरने के लिए कांग्रेसियों ने सड़क पर मांगा चंदाइसके बाद किसान ने गाय का विधिवत अंतिम संस्कार किया. बाद में वैदिक मंत्रों और हिंदू रीत-रिवाज के साथ गाय का अंतिम संस्कार किया गया. इसलिए परिवारिक सदस्य की भांति उसका अंतिम संस्कार किया गया है.' किसान ने कहा, 'कृष्णा की अस्थियां (प्रतीक स्वरूप गाय का नाखून यानी खुर) प्रयागराज (संगम) में प्रवाहित करने के बाद उसके तेरहवीं (त्रयोदशी) संस्कार में ब्राह्मण/कन्या भोज के अलावा सभी ग्रामीणों को भोज के लिए आमंत्रित करने की योजना है.'
Source: NDTV January 01, 2020 23:15 UTC