पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद से जारी राजनीतिक हत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को मुर्शिदाबाद जिले में राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के तीन कार्यकर्ताओं की गोली मारकर और बम फेंककर हत्या कर दी गई। मारे गए कार्यकर्ताओं में से दो की पहचान खैरुद्दीन शेख और सोहेल राणा के रूप में की गई है। एक टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या के लिए कांग्रेस और दो की हत्या के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।बताया जा रहा है कि मुर्शिदाबाद में अज्ञात लोगों ने टीएमसी के कार्यकर्ताओं खैरुद्दीन शेख और सोहेल राणा के घर के अंदर बम फेंक दिया जिससे उनकी मौत हो गई है। खैरुद्दीन के बेटे मिलान शेख ने कहा, 'हम सो रहे थे, तभी अचानक हमारे घर पर बम फेंक दिया गया। उन्होंने मेरे पिता को मार दिया। कुछ दिन पहले ही मेरे अंकल की हत्या की गई थी। इसके पीछे कांग्रेस है।' इस घटना के बाद से इलाके में तनाव है।दो मृतकों के परिजनों ने हत्या के लिए भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों पर आरोप लगाया है। एक मृतक के रिश्तेदार ने कहा, ‘ये लोग हत्या के एक अन्य मामले में भी दोषी हैं। वे मेरे पीछे पड़े थे क्योंकि मैं उस मामले में गवाह हूं। कल, वे यहां आए और मुझे घर पर नहीं पाकर मेरे चाचा तथा तथा भतीजे की हत्या कर दी।’ पुलिस ने कहा कि क्षेत्र में छापेमारी की जा रही है लेकिन अब तक कोई गिरफ्तार नहीं हुआ है।इससे पहले राज्य के उत्तर 24 परगना जिले में गुरुवार की रात को एक महिला बीजेपी नेता की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बीजेपी नेताओं ने बताया कि बीजेपी की महिला नेता सरस्वती दास उत्तर 24 परगना के हन्नीबल में अमलानी ग्राम पंचायत में सक्रिय कार्यकर्ता थीं। सरस्वती दास (42) की हत्या का आरोपी बीजेपी नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों पर लगाया है।उत्तर 24 परगना का माहौल बीते शनिवार से गर्म है, जब संदेशखली में तृणमूल और बीजेपी के कार्यकर्तओं के बीच झड़प में कम से कम तीन लोग मारे गए थे। बीजेपी ने आरोप लगाया था कि टीएमसी समर्थित गुंडों ने उनके दो कार्यकर्ताओं को गोली मार दी थी। इससे पहले दमदम और कूचबिहार में तृणमूल कांग्रेस के दो कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई थी। दमदम की घटना में एक बीजेपी कार्यकर्ता और एक सुपारी किलर को गिरफ्तार कर लिया गया था।
Source: Navbharat Times June 15, 2019 05:10 UTC