सांकेतिक तस्वीरहाइलाइट्स सोनभद्र हत्याकांड में मुख्य आरोपी प्रधान यज्ञदत्त को गिरफ्तार किया गयायज्ञदत्त के भाई और भतीजे समेत कुल 26 लोग अब तक हुए हैं गिरफ्तारबुधवार को दो पक्षों में हुए खूनी संघर्ष में कुल 10 लोगों की जान चली गई थीजमीन पर कब्जे को लेकर शुरू हुआ यह विवाद खूनी संघर्ष में बदल गयाउत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में जमीन पर कब्जे को लेकर हुए हत्याकांड में पुलिस ने मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान यज्ञदत्त, उनके भाई और भतीजे समेत 26 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में पुलिस ने 28 लोगों के खिलाफ नामजद जबकि 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। एसपी सलमान ताज पाटिल ने बताया कि वांछित लोगों की तलाश तेज कर दी गई है और अज्ञात लोगों की पहचान का अभियान भी जारी है।खबर के मुताबिक, गांव के लल्लू सिंह की तहरीर पर पुलिस ने मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान यज्ञदत्त और उनके भाइयों समेत सभी पर हत्या और (अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अधिनियम) एससी-एसटी ऐक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इन सभी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम बनाकर संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है। पुलिस ने बताया कि उसने हत्याकांड में इस्तेमाल किए गए दो हथियार भी बरामद कर लिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह को मामले पर नजर बनाए रखने का निर्देश दिया था।सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लेते हुए मिर्जापुर के मंडलायुक्त तथा वाराणसी जोन के अपर पुलिस महानिदेशक को घटना के कारणों की संयुक्त रूप से जांच करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने लापरवाही सामने आने पर जिम्मेदारी तय करते हुए 24 घंटे में रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं। योगी ने इस घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की सहायता का ऐलान किया है। पुलिस के मुताबिक, उभ्भा गांव में दो पक्षों के बीच वर्षों से जमीन का विवाद चल रहा है।गांव के प्रधान ने दो साल पहले 100 बीघा जमीन खरीदी थी, जिस पर वह सहयोगियों के साथ कब्जा करने के लिए गए थे। बुधवार को दिन में 11 बजे ग्राम प्रधान यज्ञदत्त गुर्जर और करीब 200 अन्य लोग 32 ट्रैक्टरों पर सवार होकर विवादित जमीन पर पहुंचे, जहां उन्होंने खेत की जुताई शुरू करा दी। इस पर दूसरे पक्ष के लोगों ने इसका विरोध किया। तभी प्रधान के साथ आए लोग वहां स्थित दूसरे पक्ष के लोगों पर गोलीबारी करने लगे, जिससे 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी।प्रधान पक्ष के बाकी लोग लाठी डंडों और फावड़े लेकर टूट पड़े। दूसरे पक्ष ने भी मुकाबला करते हुए पथराव किया। सूचना पाकर कई थानों की पुलिस और पुलिस अधीक्षक (एसपी) भी पहुंच गए। डीजीपी ने कहा कि इस मामले में 10 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि उभ्भा गांव के प्रधान ने दो साल पहले यह जमीन खरीदी थी, जिस पर वह सहयोगियों के साथ कब्जा करने के लिए गए थे। जब ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो उन पर गोलीबारी कर दी।
Source: Navbharat Times July 18, 2019 11:53 UTC