उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में रविवार को हुए एक भीषण हिमस्खलन में सेना के एक जवान हवलदार सतवीर सिंह बर्फ में दबने के बाद शहीद हो गए थे। घटना के दो दिन बाद शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव उत्तर प्रदेश के मथुरा स्थित गांव खाजपुर लाया गया। यहां उन्हें सैनिक सम्मान दिया गया। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए तमाम लोग पहुंचे। जनसैलाब के बीच अंतिम यात्रा निकाली गई। इस दौरान कई स्थानीय नेता भी शहीद के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे।आपको बता दें कि सतवीर सिंह कुपवाड़ा में हुए एक हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे जिसकी जानकारी मिलने के बाद सेना के जवानों ने बड़े स्तर पर प्रभावित इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया था। इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान जवानों को शहीद सतवीर का शव मिला, जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दी गई। सतवीर भारतीय सेना की 16वीं जाट रेजीमेंट कोर में तैनात थे। वह एक सैन्य टुकड़ी के साथ एलओसी पर टंगडार (कुपवाड़ा) के निकट ग्लेशियर पर निगरानी कर रहे थे उसी दौरान अचानक आए तूफान से एक बर्फीली चट्टान सेना की इस टुकड़ी पर गिर पड़ी थी।38 साल के सतवीर की शहादत की खबर रविवार की दोपहर पहुंच गई थी लेकिन उनका शव मंगलवार को पहुंचा। शहीद का शव पहुंचने पर उन्हें सैनिक सम्मान दिया गया। उनकी मां प्रेमदेवी, पत्नी नीरज देवी और बेटी अंशुल व बेटे चिराग शहीद के पार्थिक शरीर से लिपटकर खूब रोए। इधर शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचने से पहले ही सैकड़ों की भीड़ जमा हो गई थी। आसपास गांव के तमाम युवा हाथ में तिरंगा लेकर शहीद को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे।शहीद को श्रद्धांजलि देने के लुए मथुरा लोकसभा से एसपी-बीएसपी और आरएलडी गठबंधन के प्रत्याशी कुंवर नरेंद्र सिंह पहुंचे। उन्होंने शहीद को श्रद्धांजलि दी और दाह संस्कार के लिए चिता भी तैयार करवाई।
Source: Navbharat Times April 02, 2019 07:52 UTC