Hindi NewsInternationalStatue Of Maharaja Ranjit Singh Vandalized In Lahore Fort In PakistanVIDEO में देखें: पाकिस्तान में तहरीक-ए-लब्बैक के सदस्यों ने फिर तोड़ी महाराज रणजीत सिंह की प्रतिमा, लाहौर किले में लगी थी मूर्तिपंजाब के पूर्व शासक महाराज रणजीत सिंह की पाकिस्तान के लाहौर किले में लगी मूर्ति फिर तोड़ दी गई। पाकिस्तान के तहरीक-ए-लब्बैक कट्टरपंथी समूह के सदस्यों ने इस घटना को अंजाम दिया। इस मामले में पुलिस ने एक शख्स को हिरासम में लिया है। पुलिस का कहना है कि हमलावरों का मानना है कि उनके देश में सिख सम्राट की मूर्ति खड़ी करना धर्म के खिलाफ है।इस शख्स ने रणजीत सिंह की 9 फीट ऊंची ब्रॉन्ज की मूर्ति पर अपने हाथों से वार किया और मूर्ति की बांह समेत दूसरे हिस्सों को तोड़ डाला। मूर्ति तोड़ते हुए यह शख्स रणजीत सिंह के विरोध में नारे भी लगाता रहा। किले में मौजूद लोगों ने इस घटना को अपने कैमरे में रिकॉर्ड किया। इससे पहले भी यह मूर्ति दो बार तोड़ी जा चुकी है।तहरीक-ए-लब्बैक के सदस्यों ने लाहौर किले में रणजीत सिंह की 9 फीट ऊंची ब्रॉन्ज की मूर्ति को इस तरह बर्बाद कर दिया।2019 में हुआ था अनावरणजून 2019 में महाराजा रणजीत सिंह की 180वीं पुण्यतिथि पर इस मूर्ति का अनावरण किया गया था। रणजीत सिंह सिख साम्राज्य के पहले शासक थे, जिन्होंने पंजाब पर 40 साल तक राज किया। 1839 में उनकी मृत्यु हो गई। ब्रिटेन के सिख हेरिटेज फाउंडेशन ने इस मूर्ति के लिए फंड दिया था। वॉल्ड सिटी ऑफ लाहौर अथॉरिटी ने सिख हेरिटेज फाउंडेशन के साथ मिलकर मूर्ति का निर्माण और इंस्टॉलेशन किया था।मूर्ति में जिस घोड़े पर रणजीत सिंह को बैठा दिखाया गया है वह उनका पसंदीदा घोड़ा था, जिसका नाम कहार-बहार था। यह घोड़ा रणजीत सिंह को दोस्त मुहम्मद खान ने तोहफे में दिया था। इस मूर्ति को तैयार करने में 8 महीने का समय लगा था।दो बार तोड़ी जा चुकी है मूर्तिमूर्ति के अनावरण के महज 2 महीने बाद ही इसे तहरीक-ए-लब्बैक के 2 सदस्यों ने तोड़ दिया था। दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वे किले में दिव्यांग और हेल्पर बनकर घुसे थे। जो शख्स दिव्यांग बनने का नाटक कर रहा था उसने अपने साथ लाई रॉड से स्टैच्यू पर हमला किया था। इस हमले में स्टैच्यू का एक बाजू और दूसरे हिस्से टूट गए थे। दिसंबर 2020 में भी एक शख्स ने मूर्ति को नष्ट करने के लिए उसका हाथ तोड़ा था, लेकिन तभी उसे पकड़ लिया गया।
Source: Dainik Bhaskar August 17, 2021 08:40 UTC