कोविड के लिए सबसे पहले रजिस्टर्ड की गई थी स्पूतनिक वी ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (Drugs Comptroller General of India) (DGCI) ने रूस में आयोजित क्लीनिकल ट्रायल्स रिजल्ट के आधार पर स्पूतनिक वी वैक्सीन को देश में लगाने की इमरजेंसी मंजूरी दी है। वैक्सीन का निर्माण रूस के गामालेया नेशनल सेंटर ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी (Gameleya National Centre of Epidemiology and Microbiology, Russia) द्वारा किया गया है। आपको बता दें कि स्पूतनिक वी सबसे पहले रजिस्टर्ड की गई कोरोना वायरस वैक्सीन में से एक थी जो विश्व स्तर पर उपयोग के लिए अधिकृत (authorized) की गई थी।कोविशील्ड, कोवैक्सीन और Sputnik V में से कौन सी है बेस्ट और जानिए इनके साइड इफेक्ट्सकुछ लोगों लोग में दिखे ये मेजर सिम्टम्स मेडिकल जर्नल द लैंसेट में पब्लिश एक रिपोर्ट के अनुसार, स्पूतनिक वी वैक्सीन का तीसरा के तीसरे ट्रायल 16427 वॉलंटियर्स पर किया गया था जिसमें 45 लोगों में सीरियस साइड इफेक्ट्स नजर आए थे। इनमें डीप वेन थ्रोंबोसिस, हेमरेज स्ट्रोक और हाइपरटेंशन प्रमुख हैं। हालांकि, इंडिपेंडेंट डाटा मॉनिटरिंग कमेटी ने भी इस बात की पुष्टि की थी कि ये साइड इफेक्ट्स इफेक्ट वैक्सीन के डोज से नहीं हुए थे।
Source: Navbharat Times May 19, 2021 07:16 UTC