पानीपत। नगर निगम के चुनाव करीब एक साल से लंबित हैं। पहले लोकसभा और फिर विधानसभा चुनाव के चलते शहर के लोगों अपनी सरकार का गठन नहीं कर पाए। अब नई वार्डबंदी उलझ गई। इसको लेकर नगर निगम का प्रस्ताव एडहॉक कमेटी को पसंद नहीं आया है। ऐसे में लोगों को अभी शहर की सरकार के गठन को लेकर इंतजार करना पड़ेगा।और पढ़ेंविज्ञापननगर निगम सदन का कार्यकाल जनवरी 2023 को पूरा हो गया था। इसके बाद निगम चुनाव की कई बार तैयारी की गई। अब तक शहर की सरकार का गठन नहीं हो पाया है।इस बीच पहले लोकसभा और फिर विधानसभा के चुनाव आ गए। इन सबके चलते नगर निगम के चुनाव अटक गए। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के बाद नए सिरे से वार्डबंदी शुरू की। यह भी इसी सप्ताह एडहॉक कमेटी के सामने रखते ही सवालों में घिर गया।विज्ञापनविज्ञापनलोगों के अटक रहे कामनगर निगम के सदन का कार्यकाल पूरा होने के बाद सभी शक्ति अधिकारियों के पास चली गई हैं। निवर्तमान पार्षद अपने क्षेत्र के कार्यों को प्रभावी ढंग से नहीं रख पा रहे हैं। वे अपने स्तर पर अधिकारियों के साथ काम करा पाते हैं।बाकी कार्य नहीं हो पा रहे हैं। शहर में स्ट्रीट लाइट और सफाई जैसे मुद्दे लगातार घर कर रहे हैं। लोग निवर्तमान पार्षदों तक बात रखते हैं। वे कई बार इनका समाधान करा देते हैं, जबकि कई बार इससे पीछे हट जाते हैं। ऐसे में लाेगों की समस्याओं का पूरी तरह से समाधान नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा डॉक्यूमेंट बनवाने के लिए लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।प्रभावी ढंग से नहीं कर पाते बातनिवर्तमान पार्षद अशोक कटारिया ने बताया कि सदन खत्म होने के बाद वे अपनी बात प्रभावी ढंग से नहीं रख पा रहे हैं। अधिकारियों को काम के लिए बोलते भी हैं। कई बार समय पर काम नहीं होते। यह अकेले उनकी नहीं बल्कि अधिकतर निवर्तमान पार्षदों के साथ होता है।वार्ड-20 के निवर्तमान लोकेश नांगरू ने बताया कि सदन होने पर अधिकारियों के सामने कई बार मुद्दे उठा चुके हैं। कई पर उस समय भी काम नहीं हुआ। अब इस तरह की सुनवाई की गुंजाइश कम नजर आती है।वर्जन :शहर की नई वार्डबंदी को लेकर बुधवार को बैठक रखी है। इसमें इस पर चर्चा की जाएगी। वार्डबंदी को जल्द ही पूरा कर निदेशालय भेजा जाएगा। इसमें एडहॉक कमेटी के सदस्यों की राय ली जाएगी।
Source: NDTV November 24, 2024 08:25 UTC