करीब 11 तरह के खेलों के मैदान होंगे, तैयार करने के लिए करीब 18.25 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे2300 लोगों के बैठने की क्षमता, नए सिरे से विकसित करने के बाद यह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहेगादैनिक भास्कर Jun 12, 2020, 06:15 AM ISTमाउंट आबू. यह है माउंट का 126 साल पुराना पुराना पोलो ग्राउंड। इस पर पाली, जालोर और सिरोही का एक मात्र स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स तैयार होने जा रहा है। इसमें आउटडोर और इंडोर खेल समेत करीब 11 तरह के खेलों के मैदान होंगे। इसको तैयार करने के लिए करीब 18.25 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।दावा किया जा रहा है कि इस महीने के अंतिम सप्ताह तक इसकी टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी। इतना ही नहीं इस ग्राउंड पर हैलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिग भी करवा सकेंगे। दरअसल, पिछले लंबे समय से पोलो ग्राउंड में स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स तैयार करने की तैयारी की जा रही थी। गत 5 जून को डीएलबी के चीफ इंजीनियर भूपेंद्र माथुर की अध्यक्षता में कमेटी ने प्रोजेक्ट की तकनीकी स्वीकृति दी।इतना ही नहीं पूर्व उपमुख्य सचेतक रतन देवासी ने महज 5 महीने में इस ग्राउंड का तकमीना तैयार कर इसकी तकनीकी स्वीकृति भी जारी करवा दी। गौरतलब है कि यह माउंट का यह पोलो ग्राउंड करीब 53 हजार स्क्वायर मीटर में बना है। पालिकाध्यक्ष जीतू राणा का कहना है कि माउंटआबू में स्पोट्र्स क्लब बनने के बाद पोलो ग्राउंड की तस्वीर ही बदल जाएगी।ब्रिटिश राजनेता भी यहां पोलो खेलने आते थेडॉ. एके शर्मा के अनुसार ब्रिटिश राजनेता, सेना अधिकारी और लेखक थेसर विंस्टन लियोनार्ड स्पेंसर, चर्चिल साल 1940 से 1945 तक यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री रहे थे। उन्होंने दूसरे विश्व युद्ध में देश की जीत का नेतृत्व भी किया था। वे साल 1901 में पोलो मैच खेलने माउंटआबू आए थे। 1894 से 1932 तक इस ग्राउंड में पोलो मैच के आयोजन होते थे। इसके साथ ही इस पर पोलो समेत कई खेल खेले जाते थे।वर्तमान में भी यहां फुटबॉल और क्रिकेट के काफी मैच होते थे, वहीं ग्रीष्मकालीन एवं शरद महोत्सव के दौरान यहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं हॉट बाजार लगते हैं। पर्यटन सीजन के दौरान नगरपालिका इसके आधे भाग को पार्किंग के रूप में काम में लेती थी, लेकिन यह ग्राउंड तैयार होने के बाद यहां सिर्फ खेल होंगे।ऐसा होगा स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स53000 स्क्वायर मी. में बना है पोलो ग्राउंड2300 लोगों के बैठने की क्षमता5 इंडोर खेल मैदान6 हाई मास्ट लाइट लगेंगी और 6 आउटडोर खेलों के मैदानपोलो ग्राउंड को नए सिरे से विकसित करने के बाद यह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहेगा। शहर की खेल प्रतिभाओं को एक बेहतर विकल्प मिलेगा। महज 5 महीने में इस प्रोजेक्ट की स्वीकृति भी मिल गई है।रतन देवासी, पूर्व उपमुख्य सचेतकयहां हैलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग भी हो सकेगी और पोलो भी खेला जा सकेगा। सिरोही, जालोर और पाली में यह पहला ग्राउंड होगा, जहां इतनी सारी सुविधाएं एक ही जगह पर मिलेंगी।- डॉ. रविंद्र गोस्वामी, एसडीएम, माउंट आबू
Source: Dainik Bhaskar June 12, 2020 00:11 UTC