गाड़ी के अंदर टार्गेट इस मिसाइल पर 2011 से काम किया जा रहा था। इसका पहला इस्तेमाल 2017 में अलकायदा के डेप्युटी लीडर अब खैर अल-मस्री को सीरिया में मारने के लिए किया गया था। इसे लीबिया, इराक, यमन, सोमालिया और 2019 में अफगानिस्तान में इस्तेमाल किया जा चुका है। इसे Flying Ginsu भी कहते हैं। इसका निशाना इतना सटीक है कि गाड़ी में बैठे एक शख्स को मार सकता है और दूसरों को नुकसान नहीं पहुंचेगा। कहा जाता है कि ओबामा ओसामा बिन लादेन को 2011 में इसी से मारना चाहते थे लेकिन फिर नेवी की SEAL टीम को भेजने का फैसला किया।गाजा में कार पर हमला R9X मिसाइल Hellfire रॉकेट का वेरियंट हैं जिनमें विस्फोटक की जगह 6 घातक ब्लेड होते हैं। ये आमतौर पर किसी एक विशेष इंसान को टार्गेट करते हैं और विस्फोट की जगह ब्लेड से काटते हैं। अमेरिका इनका इस्तेमाल लीबिया, सीरिया और इराक में कर चुका है। इजरायल और अमेरिका के संबंधों को देखते हुए यह चर्चा तेज है कि क्या इजरायल ने खुद ऐसा हथियार बना लिया है। निंजा मिसाइल हमले में कार जैसी गाड़ियों को ज्यादा नुकसान नहीं होता है। बस एक बड़ा छेद हो जाता है। इससे हमला करने पर विस्फोट जैसे निशान नहीं मिलते हैं।
Source: Navbharat Times May 18, 2021 13:18 UTC