Hindi NewsLocalRajasthanUdaipurNow 5 Medals On PhD, 2 Semesters Of MSc M TC Will Be For Training In Industry Instead Of Thesis. MPUT के बड़े फैसले: Ph.D. पर अब 5 मेडल, MSC-M-TC के 2 सेमेस्टर थिसिस की जगह इंडस्ट्री में ट्रेनिंग के होंगे; गोल्ड मेडल और थिसिस के नियमों में भी बदलावउदयपुर 9 घंटे पहलेकॉपी लिंककुलपति प्रो. एनएस राठाैड़ ने बताया कि प्राेजेक्ट का आकलन करने के बाद ही डिग्री दी जाएगी।महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MPUT) ने छात्राें काे गोल्ड मेडल के नियम बदले हैं। इसके मुताबिक Ph.D. थिसिस, रिपोर्ट राइटिंग और इंटरव्यू में 75 प्रतिशत से ज्यादा अंक वालाें काे ही गोल्ड मेडल मिलेंगे। पहले चार गोल्ड मेडल मिलते थे वहां अब 5 छात्राें काे गोल्ड मेडल मिलेंगे। इसके साथ ही MSC और एमटेक छात्राें के लिए अंतिम दाे सेमेस्टर में थिसिस सिस्टम काे हटाते हुए सीधा इंडस्ट्रीज में भेजेंगे और सालभर वहीं प्राेजेक्ट वर्क करेंगे। यह अभी सिर्फ एडमिशन में शामिल 50 प्रतिशत छात्रों के लिए ही लागू किया जा रहा है।मेडल के लिए 75% से अधिक अंक जरूरी, वरीयता भी देखी जाएगीकुलपति प्रो. एनएस राठाैड़ ने बताया कि पहले एग्रीकल्चर में दाे, सीटीएई में 1 और हाेम साइंस काॅलेज में 1 छात्र काे गोल्ड मेडल देते थे। तब नंबर नहीं देखे जाते थे। अब एग्रीकल्चर में एक, हाेम साइंस में 1 और सीटीएई में 1 गोल्ड मेडल मिलेगा। इसके लिए थिसिस (50 नंबर), रिपोर्ट राइटिंग (20) और इंटरव्यू (30) में से 75 नंबर लाने हाेंगे। ज्यादा छात्रों के 75% से ज्यादा अंक आए ताे वरीयता देखेंगे। दाे अन्य मेडल की पाॅलिसी में कॉलेज फिक्स नहीं हैं।इंडस्ट्री में किए जाने वाले प्राेजेक्ट के आधार पर दी जाएगी डिग्रीप्रो. राठाैड़ ने बताया कि अब तक एमएससी और एमटेक के छात्र काॅलेज में ही रहकर अंतिम दाे सेमेस्टर में रिसर्च और थिसिस वर्क करते थे। इसे खत्म कर इंटर्नशिप डवलपमेंट फाॅर इंटरप्रिन्योरशिप इन एग्रीकल्चर (आइडिया) लाए हैं। इसके तहत छात्राें काे सीड प्राेडक्शन, वर्मीवॉश आदि की प्रोडक्शन इंडस्ट्री में भेजा जाएगा। छात्र सालभर वहां रहकर प्राेजेक्ट पूरा करेंगे। प्राेजेक्ट का आकलन करने के बाद ही डिग्री दी जाएगी।
Source: Dainik Bhaskar July 10, 2021 02:01 UTC