आज विश्व हाइपरटेंशन डेहेडलाइन: तेल कम, शब्जियां ज्यादा खाएं, दूर रहेगा हाइपरटेंशनहर तीसरा व्यक्ति हाइपरटेंशन से पीड़ित है।46 फीसदी पीड़ित अकेले अफ्रीका में ही हैं।तीन में से दो विकासशील देशों में यह समस्या है2025 तक 15 लाख युवा इससे पीड़ित हो जाएंगेहाई ब्लड प्रेशर से हर साल एक करोड़ लोग कर साल मर जाते हैंदुनिया में 50 फीसदी लोग ऐसे हैं जिन्हें इस बीमारी के बारे में पता ही नहींडेस्क एनबीटी, लखनऊआज वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे है। दुनिया में इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। यह लोगों में एक बहुत ही आम समस्या है। यह बिना किसी चेतावनी के होती है इसलिए इसे साइलेंट किलर कहते हैं। हाइपरटेंशन कई कारणों से होता है, जिनमें से कुछ कारण शारीरिक और कुछ मानसिक होते हैं। हाइपरटेंशन में हार्ट, किडनी व शरीर के अन्य अंग काम करना बंद कर सकते हैं। इसके अलावा हाई बीपी के कारण आंखों पर भी असर पड़ता है। हाइपरटेंशन में रक्तचाप 140 के पार पहुंच जाता है। इसलिए इस बीमारी को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।तीन में से एक व्यक्ति है पीड़ितएक व्यक्ति हाइपरटेंशन की समस्या से पीड़ित है। हमारी आबादी का लगभग एक तिहाई 2020 तक इससे पीड़ित होगा। एक अनुमान के मुताबिक शहरी इलाकों में हाइपरटेंशन की घटनाएं 20 से 40% तक और ग्रामीण क्षेत्रों में 12 से 17% तक होने की संभावना है।90 फीसदी लोग नहीं हैं जागरूकइस बीमारी से ग्रस्त 90 प्रतिशत रोगियों को हाइपरटेंशन के कारण के बारे में भी जानकारी नहीं है। अधिकतर लोगों को तो यह भी मालूम नहीं है कि उन्हें उच्च रक्तचाप की शिकायत है। इस वजह से स्थिति के और भी गंभीर होने की आशंका बढ़ जाती है।एथेरोक्लेरोसिस है वजहहाइपरटेंशन का मुख्य कारण एथेरोक्लेरोसिस है। हदय से शरीर के बाकी हिस्सों में ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाने वाली रक्त वाहिनियों में कोलेस्ट्रॉल, वसा पदार्थ, कोशिकाओं का अनुपयोगी पदार्थ, कैल्शियम और फाइब्रिन से प्लाक का निर्माण हो जाता है जिससे एथेरोक्लेरोसिस नामक बीमारी हो जाती है। इससे शरीर में रक्तचाप का स्तर बढ़ जाता है।ब्रेन स्ट्रोक का खतरा दोगुनाहाइपरटेंशन की वजह से ब्रेन स्ट्रोक होने का खतरा दोगुना हो जाता है। एक अनुमान के अनुसार हर पांचवा व्यक्ति रक्त चाप से ग्रस्त है। ऊपर का ब्लड प्रेशर हर 10 एमएम हीमोग्राम बढ़ने से इस्कीमिक स्ट्रोक (नस ब्लड का थक्का जमना) का खतरा करीब 28 प्रतिशत तथा हैमेरेजिक स्ट्रोक (नस फटना) का खतरा करीब 38 प्रतिशत बढ़ता है।तो 44 फीसदी घट जाएगा खतराअगर आप ऊपर का ब्लड प्रेशर 10 एमएम हीमोग्राम से घटा लेते हैं तो स्ट्रोक होने का खतरा 44 प्रतिशत तक घटा लेते हैं।कारणकोलेस्ट्रॉल का बढ़नामोटापाआनुवांशिकज्यादा मांसाहार करनाज्यादा तैलीय भोजन करनाशराब पीनाये खाएंधनिया, गोभी, नारियल, शहद, हरी शब्जी, अदरक या लहसुन फायदेमंद है।ये ना खाएंकेले, मिठाइयां, आइसक्रीम, अचार, ज्यादा नमक, दही बिलकुल ना खाएं।योग करेंशवासन योग निद्रा, शशांकासन, पद्मासन, पवन मुक्तासन, कूर्मासन, मकरासन, शीतली प्राणायाम, ध्यान और दूसरे आसन भी हाइपरटेंशन जैसी बीमारी में लाभदायी होते हैं।वर्जनउच्च रक्तचाप को नियंत्रित करना मुश्किल नहीं है। स्वस्थ जीवनशैली व खान-पान की आदतों में सुधार करके इसे नियंत्रण में रखा जा सकता है। 30 प्रतिशत मरीज बीमारी का पता होने के बावजूद भी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं। इस वजह से हार्ट डिजीज और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा भी दोगुना बढ़ गया है।
Source: Navbharat Times May 17, 2019 00:56 UTC