\B- ईस्टर से पहले कैथेड्रल चर्चा में हुआ पास्का जागरण, आज निकलेगा जुलूसएनबीटी, लखनऊ :\B ईस्टर संडे से पहले पुण्य शनिवार को पास्का जागरण किया गया। इसमें विभिन्न दुआ घरों में मसीह समाज ने प्रभु के दोबारा जी उठने के इंतजार में प्रार्थना की और उनके प्रतीक के रूप में पवित्र अग्नि के दर्शन किए। मुख्य आयोजन हजरतगंज के कैथेड्रल चर्च में हुआ। यहां सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पवित्र अग्नि से मोमबत्तियां रोशन की। इस मौके पर चर्च की ओर से चार फुट की मोमबत्ती को प्रभु के दिव्य प्रकाश के रूप में प्रज्ज्वलित किया गया।\Bनवजीवन का प्रतीक है ईस्टर ऐग\Bकैथेड्रल चर्च के पल्ली पुरोहित डोनाल्ड एचआर डिसूजा ने बताया कि रविवार की सुबह आठ बजे प्रभु के दोबारा जी उठने की मिस्सा अंग्रेजी में होगी। वहीं, शाम चार बजे पास्का जुलूस सेंट्रल मेथोडिस्ट चर्च से कैथेड्रल चर्च तक आएगा। 23 अप्रैल को ईस्टर मेले का आयोजन क्राइस्ट चर्च परिसर में शाम 6:30 बजे किया गया है।शुक्रवार को 40 दिवसीय उपवास खत्म होने पर मसीह समाज ने पुण्य शनिवार को घरों में लजीज पकवान खाए। इसके साथ ही प्रभु ईसा मसीह के दोबारा जन्म लेने के पर्व ईस्टर संडे के लिए तरह-तरह के ईस्टर एग तैयार किए। कैथलिक डायसिस ऑफ लखनऊ के चांसलर डॉ.डोनाल्ड एचआर डिसूजा ने बताया कि वास्तव में पास्का त्योहार की परंपरा प्रभु ईसा मसीह के पहले भी थी। ईस्टर संडे पर घरों में सजे हुए अंडे या अंडे आकार में टॉफिया चॉकलेट छिपा कर रखी जाती है जिन्हें परिवार के बच्चे खेल-खेल में ढूंढते हैं। उनके अनुसार अंडे नवजीवन का प्रतीक है।\Bप्रभु के दोबारा जी उठने की सजाई झांकी \Bशनिवार को कैथेड्रल चर्च में लखनऊ कैथोलिक समाज के धर्माध्यक्ष बिशप जेराल्ड जॉन मथास की अगुआई में सबसे पहले देर रात कोयले में अग्नि प्रज्ज्वलित की गई। इस अग्नि से चार फुट ऊंची कैंडल जलाई। आगामी 50 दिनों तक चर्च में होने वाले आयोजनों में यही कैंडल प्रभु यीशु के प्रतीक के रूप में रोशन की जाएगी। इस दौरान प्रभु ईसा मसीह के शरीर के रूप में परम प्रसाद ब्रेड का भी पूजन किया गया। वहीं, फादर लॉरेंस की अगुआई में मसीह गीत गाए गए। यूसुफ, जोशुआ, सुधीर, सोनू, प्रियंका, डेरिक, लीन, सिस्टर अनीता और मैग्दलीन ने 'अल्लेलूया ख्रीस्त जी उठा, जी उठा मेरा मसीहा, जग को रोशन किया' और 'आज चलो मिल के गाये गीत न्यारा, जी उठा है जी उठा है येशु प्यारा' सुनाया। इस दौरान प्रभु के दोबारा जी उठने की झांकी भी सजाई गई।
Source: Navbharat Times April 21, 2019 01:01 UTC