गांव तक पक्की सड़क बनी है, लेकिन यादव टोला सामुदायिक भवन से आगे 300 मीटर की सड़क नर्क में तब्दील है। बरसात में पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। किसी जनप्रतिनिधि या अधिकारी ने झांककर नहीं देखा। बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे सबसे ज्यादा परेशान हैं। आवागमन बाधित होने से गांव की आर्थिक स्थिति भी प्रभावित हो रही है। यह सड़क गांव की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है। - सुधीर कुमार, ग्रामीणगांव में जल जमाव रोकने के लिए बांध की सख्त जरूरत है। करीब 10 बीघा खेत आज भी पानी में डूबा हुआ है। फसल बर्बाद होने की कगार पर है। दो आंगनबाड़ी केंद्र हैं, लेकिन एक सेविका केंद्र छोड़ घर से संचालन करती है। पोषण के नाम पर सिर्फ कागजी खानापूरी हो रही है। चावल उठाव होता है, लेकिन बच्चों तक नहीं पहुंचता। - मुकेश यादव, ग्रामीणबिजली आपूर्ति ठीक है, लेकिन कई जगह पोल ही नहीं है। किसान बांस की बल्ली के सहारे सिंचाई को मजबूर हैं। बिजली विभाग आए दिन आपत्ति करता है। सिंचाई सबसे बड़ी समस्या बन गई है। धान कट चुका है, लेकिन पैक्स धान खरीद नहीं रहे। किसानों की मेहनत पर पानी फिरता दिख रहा है। - रंजीत कुमार यादव, ग्रामीणगांव में एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है। साफ-सफाई नाम की चीज नहीं है। स्वच्छता कर्मी सिर्फ कागज पर बहाल हैं। पैसे की निकासी हो रही है, काम शून्य है। कई पात्र परिवारों को अब तक इंदिरा आवास नहीं मिला। नाली नहीं होने से जलनिकासी ठप है। - मु. आरिफ, ग्रामीण
Source: NDTV December 22, 2025 09:57 UTC