रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly Election 2019 झारखंड चुनाव को लेकर महागठबंधन की कवायद और तेज हो गई है। झारखंड विकास मोर्चा को शामिल करने अथवा नहीं करने पर लगातार मंथन के बाद दबाव में झामुमो तैयार हो गया है। इससे ऐसा लग रहा है कि अब 3 दिनों से दिल्ली में कैंप कर रहे हेमंत सोरेन को सोनिया से मिलने का मौका मिल सकेगा। इस मुलाकात में सीटों के बंटवारे पर भी निर्णय होने की संभावना है। बाबूलाल मरांडी पहले ही अपनी मांग रख चुके हैं और उनकी जिद 15 सीटों की है। कांग्रेस बीच का रास्ता निकालना चाहती है और झामुमो पर प्रेशर बनाने में लगी हुई है। अकेले चुनाव लड़ने से बचना चाह रहे हेमंत सोरेन के पास अब किसी तरह सबको साथ लेकर आगे बढ़ने की जिम्मेदारी है।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह से मुलाकात के बाद हेमंत सोरेन को सोनिया गांधी से मिलने का समय मिल पाएगा। कांग्रेस के प्रदेश स्तर के नेताओं को इसीलिए बुलाया गया है कि वे अपनी मांग पार्टी आलाकमान के सामने रख दें। झारखंड विकास मोर्चा को शामिल करने की स्थिति में कांग्रेस कुछ सीटें छोड़ने को तैयार है और यही झारखंड मुक्ति मोर्चा से ही उम्मीद की जा रही है। अब देखने की बात होगी कि प्रेशर पॉलिटिक्स का यह दौर कहां तक चलता है और किसे कितनी सफलता मिलती है।Posted By: Alok Shahiअब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप
Source: Dainik Jagran November 05, 2019 09:11 UTC