Dainik Bhaskar Jul 04, 2019, 07:14 PM ISTनई दिल्ली. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट शुक्रवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी। 49 साल बाद कोई महिला वित्त मंत्री बजट पेश करेंगी। 1970 में इंदिरा गांधी ने बजट पेश किया था।स्वतंत्र भारत का पहला केंद्रीय बजट वित्त मंत्री सर आरके शनमुघम चेट्टी ने 26 नवंबर 1947 को पेश किया। भारत के विभाजन के कारण व्यापक दंगों के बीच पहला केंद्रीय बजट पेश किया गया था। यह बजट साढ़े सात महीने का था, जिसके बाद अगला बजट 1 अप्रैल, 1948 से लागू होना था।पहले केंद्रीय बजट में निर्णय लिया गया था कि भारत और पाकिस्तान दोनों एक ही मुद्रा को सितंबर 1948 तक साझा करेंगे। बजट में प्रमुख व्यय खाद्यान्न उत्पादन, रक्षा सेवाओं और नागरिक व्यय पर थे। खाद्य उत्पादन कम था, इसलिए खाद्यान्न में आत्मनिर्भरता को प्राथमिकता दी गई थी। अनुमानित राजस्व व्यय 197.39 करोड़ रुपए था, जिसमें से रक्षा को 92.74 करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे।शब्द के हिसाब से सबसे लंबा बजट भाषण मनमोहन सिंह ने 1991 में दिया था। भाषण में 18,177 शब्द थे। अरुण जेटली दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें नंबर पर हैं। उनका 2017 में बजट भाषण 18604 शब्दों का था। वहीं 2015 में जेटली का बजट भाषण 18122 शब्दों, 2018 में 17991 शब्दों और 2014 में 16528 शब्दों का था।सबसे ज्यादा देर तक बजट भाषण का रिकॉर्ड जसवंत सिंह के नाम है। उन्होंने 2003 में अपना बजट पेश करने के लिए 2 घंटे 13 मिनट का समय लिया। 1977 में हिरूभाई एम पटेल ने अंतरिम बजट पेश करते हुए 800 शब्दों का सबसे छोटा बजट भाषण दिया था। मोरारजी देसाई ने सबसे ज्यादा 10 बार बजट पेश किया है। उनके बाद पी चिदंबरम हैं, जिन्होंने 9 बार बजट पेश किए हैं।28 फरवरी 1973 को वाईबी चव्हाण ने बजट पेश किया, जिसे 550 करोड़ रुपये के बजट घाटे के कारण 'काला बजट' कहा जाने लगा।जवाहरलाल लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और उनके बेटे राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री के रूप में बजट पेश किया। 1970 में इंदिरा गांधी बजट पेश करने वाली पहली महिला वित्त मंत्री बनीं। लेकिन पीएम होने के अलावा उनके पास यह एक पोर्टफोलियो था।
Source: Dainik Bhaskar July 04, 2019 11:15 UTC