Income Tax Queries Answer: अब आयकरदाताओं को इनकम टैक्स के अधिकारी देंगे इनकम टैक्स से जुड़े सवालों के जवाब - income tax related queries will answerd by income tax officials - News Summed Up

Income Tax Queries Answer: अब आयकरदाताओं को इनकम टैक्स के अधिकारी देंगे इनकम टैक्स से जुड़े सवालों के जवाब - income tax related queries will answerd by income tax officials


हाइलाइट्स अब आपके आयकर संबंधी सवालों का जवाब खुद आयकर विभाग देगाइसके लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने ट्विवटर पर एक ऑनलाइन फॉर्म शेयर कियाइस ऑनलाइन फॉर्म को भरकर आयकरदाता पा सकते हैं सवालों के जवाबइससे न सिर्फ आपके सवालों का जवाब मिलेगा, बल्कि उसे पूरी तरह गोपनीय भी रखा जाएगाटैक्स भरने में सक्षम नहीं हैं करोड़पति नेता! कई राज्यों से ऐसे मामले सामने आए हैं कि विधायक और मंत्री इनकम टैक्स भरने में सक्षम नहीं हैं। इसका तोड़ भी मंत्रियों ने निकाल लिया है कि उनका टैक्स सरकारी पैसे से भरा जाए। हालांकि, सबसे पहले पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मार्च 2018 में ही इस प्रथा को बंद कर दिया। अब यूपी सरकार ने भी ऐलान कर दिया है कि मंत्री और विधायक अपना टैक्स खुद भरें। आइए देखते हैं कि टैक्स भरने में खुद को सक्षम ना पाने वाले इन नेताओं ने अपनी आय कितनी बताई है:-शिवराज सिंह चौहान बीजेपी के उपाध्यक्ष हैं। वह 15 साल तक मध्य प्रदेश के सीएम रहे हैं। 2006 के चुनावी हलफनामे में उन्होंने अपनी संपत्ति एक करोड़ के आसपास बताई थी, जोकि 2013 में बढ़कर 6 करोड़ रुपये हो गई। इसके बावजूद इनकम टैक्स के लिए सरकारी पैसे का इस्तेमाल किया जाता है।कमलनाथ कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में गिने जाते हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 206 करोड़ से ज्यादा बताई है। सीएम होने के नाते उनका टैक्स भी जनता के पैसों से भरा जाता है।बीजेपी के वरिष्ठ नेता डॉ. रमन सिंह छत्तीसगढ़ के सीएम रहे हैं। 2013 में उन्होंने अपनी कुल संपत्ति लगभग पांच करोड़ बताई थी।छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बंपर जीत हासिल करके नए सीएम बने भूपेश बघेल कांग्रेस के बड़े नेता हैं। चुनावी हलफनामे में उन्होंने अपनी संपत्ति 23 करोड़ के आसपास बताई थी। इसके बावजूद भी टैक्स भरने के लिए वह 'सक्षम' नहीं हैं।कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह हिमाचल प्रदेश के सीएम रहे हैं। 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपनी संपत्ति 33 करोड़ रुपये के आसपास बताई थी।2017 में हिमाचल प्रदेश के सीएम बने बीजेपी नेता जयराम ठाकुर ने अपनी संपत्ति तीन करोड़ रुपये के आसपास बताई थी। करोड़पति होने के बावजूद उनका इनकम टैक्स सरकारी पैसे से भरा जाता है।कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे हैं। हालांकि, वह विधानसभा चुनाव में अपनी सीट भी नहीं जीत सके थे। उन्होंने 2014 में अपनी संपत्ति 6 करोड़ रुपये के आसपास बताई थी।हरीश रावत के सत्ता गंवाने के बाद बीजेपी ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को सीएम बनाया। उन्होंने 2017 में अपनी संपत्ति एक करोड़ रुपये से ज्यादा बताई थी।हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 2014 में अपनी संपत्ति लगभग तीन करोड़ रुपये बताई थी। अब वह हरियाणा में विपक्ष के नेता हैं।बीजेपी ने 2014 में हरियाणा विधानसभा चुनाव में अपने दम पर बहुमत पाया था। सीएम बने मनोहर लाल खट्टर की कुल संपत्ति 61 लाख रुपये से ज्यादा था लेकिन टैक्स भरने के लिए सरकारी पैसे का ही इस्तेमाल किया जाता है।बीएसपी चीफ मायावती कई बार यूपी की सीएम बनी हैं। 2004 में ही उन्होंने अपनी संपत्ति 11 करोड़ रुपये दर्शाई थी। कुछ दिनों पहले तक वह राज्यसभा की सदस्य भी थीं।समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव फिलहाल लोकसभा के सदस्य हैं। आजमगढ़ के सांसद अखिलेश ने 2009 के चुनाव में अपनी संपत्ति चार करोड़ रुपये बताई थी। उनके सीएम रहते भी यूपी में मंत्रियों, विधायकों का टैक्स सरकारी पैसे से भरा गया।गोरक्ष पीठ के महंत से सीएम बने योगी आदित्यनाथ ने 2014 में अपनी संपत्ति 71 लाख रुपये बताई थी। अब उन्होंने यूपी में ऐलान किया है कि विधायकों और मंत्रियों का टैक्स सरकारी पैसे से नहीं दिया जाएगा।अकाली दल के नेता और पंजाब के पूर्व सीएम रहे प्रकाश सिंह बादल ने 2012 में अपनी संपत्ति 6 करोड़ के आसपास बताई थी।कांग्रेस के दिग्गज नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के सीएम हैं। मार्च 2018 में उन्होंने पंजाब में मंत्रियों, विधायकों का टैक्स सरकारी पैसे से देने की व्यवस्था को खत्म कर दिया। 2017 के चुनाव में उन्होंने खुद की संपत्ति 48 करोड़ से ज्यादा की बताई थी।इनकम टैक्स को लेकर लोगों के मन में कई सवाल होते हैं, जिनका जवाब चार्टर्ड अकाउंटेंट का किसी टैक्स विशेषज्ञ के पास ही होता है। आम आदमी को आयकर से संबंधित अपने सवालों का जवाब पाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। लेकिन अब इस दिक्कत का आयकर विभाग ने स्थायी समाधान कर दिया है। अब आयकर से जुड़े आपके सवालों के जवाब खुद इनकम टैक्स के अधिकारी देंगे।आयकर विभाग ने बीते दिनों ट्विटर पर एक ऑनलाइन फॉर्म का लिंक शेयर किया है, जिसे भरकर करदाता अपने सवालों के जवाब पा सकते हैं। आयकरदाता के सवालों के जवाब ऑनलाइन माध्यम से आयकर के अधिकारी देंगे। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने ट्वीट किया, 'हम यहां आपकी मदद के लिए हैं! आप अपने सवाल को पूरे विवरण के साथ https://bit.ly/2YgCyk3 पर शेयर करें। हमारी टीम आपके संपर्क में रहेगी।'आयकर विभाग ने यह बात एक आयकरदाता के उस सवाल के जवाब में कही है। आयकरदाता ने सवाल किया था कि समय पर आयकर रिटर्न दाखिल करने के 60 दिनों बाद भी उसे रिटर्न नहीं मिला। उन्होंने कहा, 'सीपीयू बेंगलुरु में कोई व्यक्ति मेरा कॉल रिसीव नहीं कर रहा है। आम आदमी की कोई कहीं नहीं सुनता।'इस तरह, अगर इनकम टैक्स फाइलिंग, प्रोसेसिंग सहित आयकर को लेकर आपके मन में कोई भी सवाल है तो आप इस ऑनलाइन फॉर्म के जरिये सीधे आयकर विभाग के संपर्क कर सकते हैं। इससे न सिर्फ आपके सवालों का जवाब मिलेगा, बल्कि उसे पूरी तरह गोपनीय भी रखा जाएगा।फॉर्म भरने के लिए आपको अपना नाम, पैन नंबर, असेसमेंट इयर, मोबाइल नंबर, ई-मेल आईडी, आपका सवाल तथा सोशल मीडिया यूजर आईडी डालने की जरूरत होगी। मांगी गई तमाम जानकारियों को इंटर करने के बाद आपको सबमिट टैब पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपको स्क्रीन पर एक टिकट आईडी (रेफरेंस कोड) मिलेगा। आपके मोबाइल फोन पर एक एसए


Source: Navbharat Times October 09, 2019 13:47 UTC



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