नई दिल्ली, जेएनएन। IPL 2019 आइपीएल के इस सीजन में विराट कोहली (Virat Kohli) ने कप्तान के तौर पर राजस्थान (RR) के खिलाफ 100वां मैच खेला। यानी विराट ने बैंगलोर (RCB) के लिए इससे पहले कुल 99 मैचों में कप्तानी की थी। इन 99 मैचों में कप्तान के तौर पर उनका प्रदर्शन काफी निराश करने वाला रहा था। इस सीजन में भी उन्होंने अपनी टीम को अब तक कोई जीत नहीं दिलाई है। विराट की कप्तानी में अब तक तीन मैचों में उनकी टीम को लगातार हार का सामना करना पड़ा है। अपने 100वें मैच में भी विराट अच्छा स्कोर नहीं कर पाए।कप्तान के तौर पर विराट का प्रदर्शन सबसे खराबकप्तान के तौर पर विराट का प्रदर्शन आइपीएल के अन्य टीमों के कप्तानों के मुकाबले काफी ढ़ीला रहा है। विराट की कप्तानी में उनकी टीम एक बार भी खिताब नहीं जीत पाई है। हां वर्ष 2016 में उनकी टीम फाइनल तक जरूर पहुंची थी लेकिन उस वर्ष डेविड वार्नर की कप्तानी वाली हैदराबाद ने बाजी मारी थी और आरसीबी को मायूस होना पड़ा था। आइपीएल में अब तक आठ टीमों के कप्तान जिन्होंने 50 से ज्यादा मैचों में अपनी टीम की कप्तानी की है उनमें से सबसे खराब रिकॉर्ड कोहली का ही रहा है। विराट का अब तक के मैचों में जीत का प्रतिशत सिर्फ 45.45 ही रहा है जो अन्य कप्तानों की तुलना में सबसे खराब प्रदर्शन है। जाहिर तौर पर विराट भारतीय टीम के कप्तान के तौर पर जितने सफल हैं वहीं बैंगलोर के कप्तान के तौर पर उनका खराब प्रदर्शन उनके उपर एक धब्बे की तरह है।राजस्थान के खिलाफ भी विराट ने किया है निराशराजस्थान के खिलाफ विराट बल्लेबाज के तौर पर भी खासे असफल रहे हैं। उन्होंने इस टीम के विरुद्ध अब तक खेले गए मैचों में सिर्फ 21.27 की औसत से रन बनाए हैं। आइपीएल में अन्य टीमों के मुकाबले में विराट का ये सबसे खराब औसत है। वहीं जयपुर की बात करें तो उन्होंने इस मैच से पहले तक यहां पर छह पारियों में 94.74 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। जयपुर में विराट ने कभी भी 40 से ज्यादा स्कोर नहीं किया है। हालांकि विराट के आइपीएल स्कोर की बात करें तो वो इस टूर्नामेंट में 5000 रन बना चुके हैं और उनके नाम पर चार शतक भी है लेकिन जब बात राजस्थान की आती है तो विराट निराश करते हैं। वैसे अपने 100वें मैच में विराट ने राजस्थान के खिलाफ खराब प्रदर्शन किया साथ ही जयपुर में वो फिर से बड़ी पारी खेलने में कामयाब नहीं रहे। इस मैच में विराट ने 25 गेंदों पर 23 रन बनाए।Posted By: Sanjay Savern
Source: Dainik Jagran April 02, 2019 12:55 UTC