INR Rate, Gold Price forecast: जानिए आने वाले दिनों में कैसी रहने वाली है भारतीय रुपये और सोने की चाल - News Summed Up

INR Rate, Gold Price forecast: जानिए आने वाले दिनों में कैसी रहने वाली है भारतीय रुपये और सोने की चाल


INR Rate, Gold Price forecast: जानिए आने वाले दिनों में कैसी रहने वाली है भारतीय रुपये और सोने की चालनई दिल्ली, पवन जायसवाल। जब भी बाजार के उतार-चढ़ाव की बात होती है, तो सोना और रुपया बहुत महत्वपूर्ण फैक्टर होते हैं। वैश्विक और घरेलू घटनाक्रमों का इन दोनों पर सीधा असर पड़ता है। आज हम आपको बताएंगे कि आने वाले दिनों में सोने और भारतीय रुपये की चाल कैसी रहने वाली है। अगर हम बात सोने और रुपये के बीच संबंध की करें, तो ये दोनों एक दूसरे के विरोधाभासी हैं। अर्थात जब रुपया मजबूत होता है, तो सोने में गिरावट देखने को मिलती है, और जब रुपया कमजोर होता है, तो सोने में तेजी देखी जाती है।आने वाले समय में महंगा होगा सोनाआने वाले समय में सोने की कीमतों को काफी सपोर्ट मिलने के आसार हैं। इसके लिए वैश्विक और घरेलू दोनों कारण जिम्मेदार होंगे। केडिया एडवाइजरी के मैनेजिंग डायरेक्टर और रिसर्च हेड अजय केडिया के अनुसार, आने वाले दिनों में सोने का भाव वायदा बाजार में 40,500 रुपये प्रति 10 ग्राम, और अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1,590 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है। कीमतों में इस बढ़ोत्तरी के पीछे निम्न वजहें होंगी।1. गौरतलब है कि हाल ही में आरबीआई ने 5 महीने बाद सोने की खरीदारी की है। इससे कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है।4. चीन में 25 जनवरी से नया साल शुरू होने वाला है। इस दौरान चीन में सोने की अच्छी मांग रहेगी, जिससे कीमतों को सपोर्ट मिलेगा।5. भू-राजनीतिक तनाव के चलते क्रूड ऑयल की कीमतों में आने वाले समय में तेजी बने रहने के आसार हैं, जिससे रुपया कमजोर होगा और इसका सीधा असर सोने की कीमतों में बढ़ोत्तरी के रूप में दिखायी देगा।रुपये में देखने को मिलेगी गिरावटइस नए साल में रुपये में गिरावट का दौर देखा जा सकता है। अजय केडिया के अनुसार, रुपये के आने वाले दिनों में एक डॉलर के मुकाबले 72 रुपये तक जाने के आसार हैं। यूएस-इरान के बीच हालिया तनाव की शुरुआत में भी रुपये में काफी गिरावट देखने को मिली थी, लेकिन बाद में रुपये में मजबूती आई। केडिया के अनुसार, रुपये में आई यह मजबूती कम सयम के लिए थी और आगे गिरावट देखने को मिलेगी। आइए जानते हैं कि इसके पीछे क्या-क्या कारण होंगे।1. भारतीय रुपये का सीधा और बड़ा संबंध क्रूड ऑयल की कीमतों से है। केडिया के अनुसार, भू-राजनीतिक उथल-पुथल के चलते क्रूड ऑयल का फ्यूचर प्राइस करीब एक महीने तक 65 डॉलर से ऊपर रहने के आसार हैं। इससे रुपये पर दबाव पड़ेगा और इसमें गिरावट आएगी।3.


Source: Dainik Jagran January 21, 2020 09:11 UTC



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