IIT की छात्राओं ने तैयार किया खास रिस्ट बैंड, पानी पीने की दिलाएगा याद - News Summed Up

IIT की छात्राओं ने तैयार किया खास रिस्ट बैंड, पानी पीने की दिलाएगा याद


छात्राओं ने इस बैंड को 'Hydro Check’ नाम दिया है।कई मानकों के आधार पर यह बैंड यूजर के शरीर में पानी के स्तर का पता लगाता है।Moneybhaskar.com Jul 26,2019 07:32:35 PM ISTनई दिल्ली. आईआईटी संस्थान की दो छात्राओं ने एक खास रिस्ट बैंड तैयार किया है जो इंसानी शरीर में पानी का स्तर चेक करेगा और डीहाइड्रेशन होने पर चेतावनी देगा। आईआईटी गुवाहाटी की छात्रा गीतिका सोनके और आईआईटी गोवा की छात्रा प्रियंका अरोड़ा ने इस बैंड को 'Hydro Check’ नाम दिया है। यह रिस्ट बैंड सेंसरों की मदद से पल्स रेट, शरीर का तापमान, आसपास का तापमान और बायोइलेक्ट्रिकल इंपीडेंस को मॉनिटर करता है। इन सभी मानकों के आधार पर यह बैंड यूजर के शरीर में पानी के स्तर का पता लगाता है।सेंसर की मदद से करती है कामयह डिवाइस एक एल्गोरिदम पर काम करती है जो सेंसर से एकत्र किए गए सारे डाटा की गणना करके एक स्कोर तैयार करती है, जो डीहाइड्रेशन के इंडिकेटर के तौर पर काम करता है। अगर कोई यूजर लंबे समय से गर्म वातावरण में है, तो यह डिवाइस बताती है कि शरीर को पानी की जरूरत है। अगर बिना पानी पिए यूजर उसी वातावरण में रहता है तो डिवाइस हाइड्रेशन का स्काेर बदल देती है और यूजर को पानी पीने की याद दिलाती है।पेटेंट के लिए किया अप्लाईप्रियंका अरोड़ा ने कहा, ‘लोग अपने बिजी शेड्यूल में पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं। पानी पीना हमारी प्राथमिकता में शामिल नहीं हाेता है और इसकी वजह से शरीर में डीहाइड्रेशन हो जाता है। बाजार में ऐसी कोई डिवाइस भी नहीं है जो एक पूरे दिन में इंसानी शरीर में हाइड्रेशन की मात्रा का पता लगा सके।’ दोनों छात्राओं ने इस डिवाइस को IIT-Gandhinagar में आयोजित हुए छह सप्ताह के वार्षिक समर प्रोग्राम Invent@IITGN में प्रदर्शित किया था। उन्होंने अपनी डिवाइस के पेटेंट के लिए अप्लाई किया है।IIT की दो छात्राओं ने बनाई पैड क्लीनिंग डिवाइसइंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) बाम्बे और गोवा की दो छात्राओं ने एक ऐसा डिवाइस बनाया है जो रीयूजेबल सैनिटरी नैपिकन को साफ कर सकता है। आईआईटी बॉम्बे में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की छात्रा ऐश्वर्या अग्रवाल और आईआईटी गोवा की छात्रा देवयानी मलाडकर ने यह डिवाइस सैनिटरी नैपकिन से बढ़ने वाले बायोमेडिकल वेस्ट को कम करने के लिए बनाई है। इस डिवाइस को उन्होंने 'Cleanse Right’ नाम दिया है और इसकी कीमत 1,500 रुपए तय की है। दोनों छात्राओं ने इस डिवाइस के पेटेंट के लिए आवेदन भी दिया है।


Source: Dainik Bhaskar July 26, 2019 14:03 UTC



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