Haryana Politics: 40 साल बाद आखिर क्‍यों हुआ कांग्रेस से मोहभंग? विधायक किरण चौधरी ने इस्‍तीफे में बताई ये बड़ी वजह - News Summed Up

Haryana Politics: 40 साल बाद आखिर क्‍यों हुआ कांग्रेस से मोहभंग? विधायक किरण चौधरी ने इस्‍तीफे में बताई ये बड़ी वजह


किरण ने त्‍यागपत्र सौंपते हुए पार्टी पर आरोप लगाए हैं। उन्‍होंने अपने त्‍यागपत्र में लिखा कि मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्‍तीफा दे रही हूं। उन्‍होंने लिखा कि मैं पिछले चार दशकों से कांग्रेस पार्टी की एक वफादार और दृढ़ सदस्य रही हूं। साथ ही इन सालों में मैंने अपना जीवन पार्टी और उन लोगों के लिए समर्पित कर दिया है जिनका मैं प्रतिनिधित्व करती हूं।जागरण संवादाता, चंडीगढ़। हरियाणा के पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल की पुत्रवधू किरण चौधरी (Kiran Choudhary) ने कांग्रेस पार्टी का हाथ छोड़ दिया है। कांग्रेस नेता किरण चौधरी ने अपनी बेटी श्रुति (Shruti Choudhary) के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अपना इस्‍तीफा सौंप दिया है। दोनों मां और बेटी के भाजपा में शामिल होने की खबरें भी सामने आ रही हैं।किरण ने पूर्व सीएम बंसीलाल का भी किया जिक्रकिरण ने आगे लिखा कि आधुनिक हरियाणा के निर्माता बंसीलाल और मेरे दिवंगत पति चौ. सुरेंद्र सिंह की समृद्ध विरासत की भी प्रतिनिधित्‍व करती हूं। उन्‍होंने आरोप लगाते हुए कहा कि हरियाणा में कांग्रेस पार्टी को व्यक्तिगत जागीर के रूप में चलाया जा रहा है।मेरी आवाज दबाई गई: किरण चौधरीकिरण ने कहा कि पार्टी में मेरे जैसी ईमानदार आवाजों के लिए कोई जगह नहीं है। मेरी आवाज को दबाकर मुझे अपमानित किया गया है। साथ ही मेरे खिलाफ साजिश भी रची गई है। लोगों का प्रतिनिधित्व करने और मूल्यों को बनाए रखने के लिए मेरे मेहनती प्रयासों में बाधा उत्‍पन्न की जा रही है। किरण ने आगे कहा कि मेरा लक्ष्‍य और उद्देश्‍य हमेशा राज्‍य और देश के लोगों की सेवा करना रहा है। अब मैं ऐसी बाधाओं के तहत काम करने में असमर्थ हूं।यह भी पढ़ें: हरियाणा में चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका, बेटी श्रुति के साथ किरण चौधरी ने छोड़ा 'हाथ'; BJP में होंगी शामिलश्रुति चौधरी ने कांग्रेस को बताया स्‍वार्थीश्रुति चौधरी ने भी अपने इस्‍तीफे में हरियाणा कांग्रेस पर दुर्व्‍यवहार करने के आरोप लगाते हुए त्‍यागपत्र दिया। श्रुति ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस पार्टी स्‍वार्थी हो गई है और मैं अपने हितों से समझौता नहीं कर सकती। इसलिए अब मेरे लिए आगे बढ़ने का समय है ताकि मैं अपने लोगों के हितों को बनाए रख सकूं।


Source: Dainik Jagran June 18, 2024 18:32 UTC



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