वहीं, देखा गया है कि गोभी की फसल में कीटों और रोगों का प्रभाव अधिक होता है, जिसके चलते उत्पादन में कमी आती है. गोभी की फसल में काला सड़न रोगगोभी में इस रोग का प्रभाव अधिक देखने को मिलता है. इससे पत्ते की शिराएं गहरे काले रंग के हो जाते हैं, जो उत्पादन पर अपना असर डालते हैं. गोभी की फसल में फूल सड़न रोगअक्सर गोभी की फसल में फूल सड़न रोग का प्रभाव देखने को मिलता है. इसके बचाव के लिए किसान को फलों पर कॉपर ऑक्सीक्लोराइड और स्ट्रेप्टोसाइक्लिन के घोल का 8-10 दिनों के अंतराल पर छिड़काव करना चाहिए.
Source: Dainik Jagran January 13, 2024 12:25 UTC