Bhadohi Lok sabha Seat पर भाजपा ने डॉ. विनोद बिंद (BJP Vinod Bind) को मैदान में उतारा है। सपा ने यह सीट (Bhadohi lok sabha chunav Result 2024 ) टीएमसी को दी है और उसने पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी के पपौत्र ललितेशपति त्रिपाठी (TMC Lalitesh Pati Tripathi) को उतारा है। एक बार विधायक रहे ललितेशपति पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, बसपा ने सुरियावां क्षेत्र से चार बार जिला पंचायत सदस्य रहे हरिशंकर चौहान (BSP harishankar Chauhan) पर भरोसा जताया है। (UP lok sabha chunav Result 2024)डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के शुरुआती रुझानों में भदोही सीट पर भाजपा का दबदबा साफ नजर आ रहा है। भाजपा प्रत्याशी डॉ विनोद कुमार बिंद विशाल अंतर के साथ आगे चल रहे हैं। ऑल इंडिया त्रिणमूल कांग्रेस के ललितेशपाती त्रिपाठी को दमदार वापसी की उम्मीद है। बसपा के हरिशंकर भी वापसी करके बाजी पलटने की उम्मीद कर रहे हैं।कुल उम्मीदवार 12कुल मतदाता - 20,18,135महिला मतदाता - 9,52,036पुरुष मतदाता - 1,06,522सीट का इतिहास (History of Bhadohi lok sabha Seat)भदोही सीट 2008 में अस्तित्व में आई। पहले यह मीरजापुर-भदोही सीट हुआ करती थी। 1952-62 तक कांग्रेस के जान एन विल्सन दो बार सांसद रहे। 1967 से 71 तक जनसंघ के बंशनारायण सिंह भी लोकसभा पहुंचे। इसके बाद कांग्रेस से पं. श्यामधर मिश्र, अजीज इमाम बेग, जनता पार्टी से फकीर अली अंसारी, अजीज इमाम बेग दो बार, जनता दल से यूसुफ बेग रहे।1991 में यहां भाजपा का खाता खुला और वीरेंद्र सिंह ने जीत दर्ज की। इसके बाद सपा से फूलन देवी दो बार, भाजपा से वीरेंद्र सिंह, सपा से रामरति बिंद, बसपा से नरेंद्र कुशवाहा, बसपा से रमेश दुबे सांसद रहे। भदोही सीट बनी तो पहले सांसद बसपा के गोरखनाथ पांडेय बने। इसके बाद भाजपा से वीरेंद्र सिंह मस्त और रमेशचंद बिंद सदन तक पहुंचे।चुनाव जीतने के बाद कोइरौना को तहसील और कोनिया में गंगा पर पक्का पुल बनाना प्राथमिकता होगी। इसके बाद जिले में राजकीय मेडिकल कालेज के लिए प्रयास करूंगा। मैं इस क्षेत्र के लिए नया जरूर हूं, लेकिन यहां की समस्याएं महसूस करता हूं। इसे दूर करने के लिए पूरा प्रयास किया जाएगा। -डॉ. विनोद बिंद, भाजपा प्रत्याशी।केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार होने के बाद भी जिले में कोई कार्य नहीं हुआ। यहां अनेक समस्याएं हैं। मेडिकल कालेज नहीं बना, अस्पताल नहीं बन सका, कालीन उद्योग सरकार की अनदेखी से मृतप्राय है। कोनिया क्षेत्र में पक्का पुल बनना चाहिए। इन समस्याओं को पहले दूर किया जाएगा। -ललितेशपति त्रिपाठी, तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी।वाराणसी में कई कार्य हो रहे पर पड़ोसी जिला होने के बाद भी इसे उपेक्षित रखा गया। कई परियोजनाओं की घोषणाएं हुईं, लेकिन काम कुछ नहीं हुआ। प्राथमिकता होगी कि सबसे पहले कोनिया में गंगा पर पक्का पुल का निर्माण कराया जाए। इसके बाद कालीन उद्योग की समस्याओं को सदन में उठाएंगे। -हरिशंकर चौहान, बसपा प्रत्याशीये स्थानीय मुद्दे हावी (Local Issue of Bhadohi lok sabha )
Source: Dainik Jagran June 03, 2024 22:37 UTC