7 मार्च को होने वाली थी शादी, लेकिन तिरंगे में लिपटकर आया जांबाज, अंतिम यात्रा में शामिल हुए हजारों लोग, लगे जय हिंद के नारे - News Summed Up

7 मार्च को होने वाली थी शादी, लेकिन तिरंगे में लिपटकर आया जांबाज, अंतिम यात्रा में शामिल हुए हजारों लोग, लगे जय हिंद के नारे


नेशनल डेस्क. जम्मू-कश्मीर के रजौरी जिले में नौशेरा सेक्टर के पास आईईडी बम डिफ्यूज करते वक्त मेजर चित्रेश बिष्ट शहीद हो गए थे। शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट को देहरादून में अंतिम विदाई दी गई। अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। इस दौरान शहीद चित्रेश अमर रहे, मुर्दाबाद के नारे लगते रहे। मेजर चित्रांश की 7 मार्च को शादी होने वाली थी। परिवार शादी की में लगा हुआ था तभी शहादत की खबर आई।28 फरवरी को आने वाले थे घर : मेजर चित्रांश को शादी के लिए 28 फरवरी को घर आना था। उन्होंने मां से कहा था कि नई साड़ी लाऊंगा, उसी को शादी में पहनना। यह इच्छा भी अब कभी पूरी नहीं हो पाएगी। नौसेरा सेक्टर में शहीद हुए मेजर चित्रेश बिष्ट को उनके दोस्त और भाई टाइगर कह कर बुलाते थे। बताते हैं कि शहीद बहुत बहादुर और निडर थे।- सोमवार को सैन्य अस्पताल से उनकी पार्थिव देह को घर ले जाया गया, जिसके बाद मेजर चित्रेश बिष्ट के माता-पिता हाथ में बेटे की शादी का कार्ड लेकर रो रहे थे।आगे देखें, अंतिम यात्रा की कुछ तस्वीरें..


Source: Dainik Bhaskar February 18, 2019 04:29 UTC



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