अनलॉक के बाद खरीदारों में आया था उत्साह पिछले साल लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद, खरीदारों के विश्वास में उछाल आंशिक रूप से केंद्र और राज्य सरकारों के प्रयासों के कारण भी था। विभिन्न राज्य सरकारों ने स्टाम्प शुल्क को कम करने, सर्कल दरों को कम करने आदि जैसे कदम उठाए। डेवलपर्स और ब्रोकर्स द्वारा खरीदारों को डिजिटलीकरण के साथ प्रॉपर्टी खरीदने की सुविधा भी दी गई थी जिसे बड़े पैमाने पर अपनाया गया था। उन्होंने 3डी वॉकथ्रू, ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) और वर्चुअल रियलिटी (VR) जैसी तकनीकों के उपयोग के साथ अपने घरों बैठे प्रॉपर्टी का वर्चुअल टूर भी संभव बनाया। लॉकडाउन की अवधि ने डेवलपर्स को उस तकनीक को पूरी तरह अपनाने में तेजी लाने का अवसर दिया जो वे पिछले कुछ वर्षों में प्रयास कर रहे हैं और एक प्रभावी तरीके से घर खरीदने की प्रक्रिया में सभी चरणों को ऑनलाइन लेकर आते हैं। इसने भारत में रियल एस्टेट इंडस्ट्री को क्लाइंट सर्विसिंग के मामले में दुनिया में सर्वश्रेष्ठ के बराबर होने का अवसर दिया।अभी थोड़ी गिरावट चालू कैलेंडर वर्ष के पहले तीन महीनों में घरों की बिक्री में एक साल पहले की अवधि की तुलना में पांच फीसदी की गिरावट देखी गई। विभिन्न उद्योगों पर महामारी के प्रभाव की भयावहता को देखते हुए इसे थोड़ा असर ही कहा जा सकता है। हालांकि, इंडस्ट्री में रिकवरी प्रक्रिया कोरोना की दूसरी लहर के साथ थोड़ी सी पटरी से उतर रही है। लेकिन, आने वाले महीनों में वैक्सीन के डोज लग जाने इस प्रक्रिया के फिर से शुरू हो जाने की संभावना है।होम लोन पर ब्याज दरें निचले स्तर पर पिछले कई दशकों में देखें तो होम लोन की दरें लगभग अपने सबसे निचले स्तर पर हैं। यह बहुत सारे खरीदारों को आगे आने और प्रॉपर्टी खरीदने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। यह दर विशेष रूप से इंड यूजर को ज्यादा आकर्षित कर रहा है। अच्छी बात यह भी है कि तमाम झंझावातों के बीच प्रॉपर्टी की कीमतें स्थिर हैं। शीर्ष शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतों में वार्षिक वृद्धि कमोबेश सपाट रही। लेकिन हैदराबाद और अहमदाबाद इसके अपवाद थे और पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में वर्तमान कैलेंडर वर्षों के पहले तीन महीनों में लगभग 5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
Source: Navbharat Times May 19, 2021 06:56 UTC