पांचवीं में पहली बार IAS-PCS के बारे में सुना, बाद में इसे बना लिया लक्ष्य मुकुंद कुमार ने एक इंटरव्यू में बताया कि जब वो पांचवीं क्लास में थे तभी उन्होंने आईएएस-पीसीएस के बारे में सुना और फिर इसका मतलब जानने की कोशिश की। जब उन्हें समझ आया तो आगे पढ़ाई के दौरान उन्होंने इसे अपना लक्ष्य बना लिया। हालांकि, उन्होंने ये भी बताया कि यूपीएससी में कामयाबी के लिए उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। परिवार की स्थिति को देखते हुए उन्होंने कोई कोचिंग क्लास ज्वाइन नहीं की। खुद ही पढ़ाई की और आखिरकार इसमें सफलता हासिल की।DU से ग्रेजुएशन के बाद सिविल सेवा की तैयारी में जुटे, बिना कोचिंग पाई कामयाबी मुकुंद ने पांचवीं तक की पढ़ाई बिहार के आवासीय सरस्वती विद्यालय से की। इसके बाद 12 तक की शिक्षा सैनिक स्कूल गोलपाड़ा आसाम से पूरी की। बाद में वो दिल्ली आ गए पीजीडीएवी कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी लिटरेचर में ग्रेजुएशन किया। ग्रेजुएशन के बाद उनकी उम्र सिविल सेवा परीक्षा के लिए नहीं हुई थी इसलिए उन्होंने एक साल की तैयारी खुद से की। कोई कोचिंग नहीं लगाई।
Source: Navbharat Times November 20, 2020 10:38 UTC