कोरोना मृतकों की बढ़ती संख्या के साथ दिल्ली के श्मशान घाटों की चुनौतियां भी बढ़ी, दिन भर खुले रहते हैं घाटसरकार बस इतना बता दे कि 20 लाख करोड़ के तथाकथित ‘महापैकेज' में कितना ग़रीब के लिए है कितना किसान, दिहाड़ी-प्रवासी मज़दूर, छोटे व्यापारी, खुदरा कारोबारी, रेड़ी-ठेले-पटरीवाले व अन्य मजबूरों के लिए है. उन्होंने कहा कि BJP को गरीबों की संवेदना के बारे में समझना चाहिए. बिना किसी तैयारी की वजह से लॉकडाउन ने गरीबों का बहुत नुकसान किया है. उन्होंने कहा कि जिस तरीके की तस्वीरें हमने लॉकडाउन के दौरान देखी, ऐसा कभी नहीं देखा गया था. कई गरीबों की रास्ते में ही मौत हो गई.
Source: NDTV June 06, 2020 10:39 UTC