हाइलाइट्स राजौरी गार्डन के सी ब्लॉक में एक ही कोठी के नीचे खड़ी थीं दोनों कारेंएक अनजान शख्स ने पुलिस को कॉल करके दी जानकारीएक कार पर तिरपाल चढ़ा हुआ था, उससे 100 मीटर की दूरी पर दूसरी कार थीपीसीआर ने राजौरी गार्डन पुलिस को सूचना दी और आरोपी को पुलिस को दे दियापीसीआर पर तैनात पुलिसकर्मियों की सतर्कता से एक ही नंबर की दो कारें पकड़ी गईं है। दिलचस्प बात यह है कि दोनों कारें राजौरी गार्डन के सी ब्लॉक में एक ही कोठी के नीचे खड़ीं थी। आरोप है कि कार के मालिक ने मामले को रफा-दफा करने के लिए पुलिसकर्मियों को एक लाख रुपये की रिश्वत की पेशकश की। पीसीआर से जुड़े अफसर के मुताबिक, पीसीआर पर तैनात एएसआई अमर सिंह और सूबे सिंह ने आरोपी को रिश्वत की पेशकश करने का अलग से मुकदमा दर्ज करने की हिदायत देते हुए दोनों कारों के साथ राजौरी गार्डन पुलिस के हवाले कर दिया।हुआ यूं कि पीसीआर की पी-7 गाड़ी पर सूबे सिंह और अमर सिंह की ड्यूटी थी। हाई अलर्ट की वजह से दोनों लगातार संदिग्धों पर नजर रखे हुए थे। साथ ही लोकल लोगों को भी संदिग्ध गतिविधि या सामान दिखने पर तुरंत पुलिस को इत्तला देने की अपील कर रहे थे। इसी अपील का नतीजा था कि आधी रात को 12:50 बजे पीसीआर जब रिंग रोड पर राउंड पर थी, तभी एक अनजान शख्स ने कॉल करके बताया कि एक ही नंबर की दो कारें राजौरी गार्डन के सी ब्लॉक में खड़ी हैं।सूचना के बाद सूबे सिंह और अमर सिंह तुरंत वहां पहुंचे। एक कार पर तिरपाल चढ़ा हुआ था। उससे 100 कदम की दूरी पर दूसरी कार थी। इतने में पास की कोठी से एक शख्स बाहर आया। उसने बताया कि दोनों कारें उसकी हैं। पुलिसकर्मियों ने जब उससे दोनों कारों में एक ही नंबर होने की बात पूछी तो उसने तर्क दिया कि गलती से एक ही नंबर दोनों कारों में लग गए हैं। आरोप है कि नाम-पता पूछने पर आरोपी ने पीसीआर कर्मियों को एक लाख रुपये रिश्वत की पेशकश करते हुए वहीं पर मामला रफा-दफा करने की बात कही। पुलिसकर्मियों ने रिश्वत लेने से मना कर दिया। इतने में कोठी से एक और शख्स उतरकर आया। उसने भी दोनों कारों को अपना बताया। पीसीआर ने राजौरी गार्डन पुलिस को मामले की सूचना दी और आरोपी को दोनों कारों समेत पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस अफसर के मुताबिक, हाई अलर्ट में दोनों पीसीआर कर्मियों की सतर्कता से कारें पकड़ी हैं।
Source: Navbharat Times October 21, 2019 01:07 UTC