12वीं में 80 प्रतिशत से अधिक अंक वाले स्नातक फर्स्ट ईयर के 100-100 ग्रामीण अाैर शहरी छात्रों, 150-150 ग्रामीण- शहरी छात्राओं को प्रतिमाह 300 रुपए स्कॉलरशिप मिलेगी। साथ ही स्नातक में 75 प्रतिशत से ज्यादा अंक पाने वाले स्नातकोत्तर स्टूडेंट्स को भी 450 रुपए स्कॉलरशिप दी जाएगी।फ्रेश अवार्ड ऑफ स्टेट मेरिट स्कॉलरशिप स्कीम के तहत शिक्षा विभाग ने यह फैसला लिया है। इसके तहत छात्रवृत्ति का लाभ सरकारी, निजी व सेल्फ फाइनेंस कॉलेज के मेरिटोरियस स्टूडेंट्स को देने का प्रावधान है। बीते वर्ष शुरू हुई स्कीम के शेड्यूल में देरी और एफडी की साइट न चलने से पहली बार छात्रवृत्ति नहीं मिली थी। डीएचई ने 24 सितंबर को विश्वविद्यालयों के रजिस्ट्रार अाैर कॉलेजों के प्रिंसिपल को पत्र भेज ब्योरा मांग लिया है। स्कीम की शर्तों के अनुसार कॉलेजों में स्नातक में फर्स्ट ईयर में दाखिला लेने वाले वे स्टूडेंट्स पात्र माने जाएंगे, जिन्होंने मार्च 2019 में कक्षा 12वीं 80 प्रतिशत से ज्यादा अंकों से उत्तीर्ण की है। कॉलेजों से आए मेरिटोरियस स्टूडेंट्स की स्क्रूटनी के बाद शहरी- ग्रामीण क्षेत्र से अलग-अलग 100-100 छात्र और 150-150 छात्राएं चुने जाएंगे। इन्हें स्टेट मेरिट के आधार पर प्रतिमाह 300 रुपए की छात्रवृत्ति दी जाएगी। इसी तरह 2019 में स्नातक फाइनल ईयर 75 प्रतिशत से अधिक अंक वाले स्नातकोत्तर के फर्स्ट ईयर स्टूडेंट्स को भी स्टेट मेरिट आधार पर 450 रुपए प्रतिमाह की दर से स्कॉलरशिप दी जाएगी।पानीपत | आईटीआई पास करने वाले विद्यार्थी 10वीं और 12वीं परीक्षा का सर्टिफिकेट पाने के लिए मार्च 2020 में अपनी परीक्षा दे सकेंगे। 8वीं कक्षा की योग्यता वाली ट्रेड से आईटीआई करने वाले विद्यार्थियों को हिंदी या अंग्रेजी विषय की परीक्षा देने पर 10वीं कक्षा का सर्टिफिकेट मिल जाएगा। इसके अलावा हिंदी कोर अाैर अंग्रेजी कोर में से कोई एक विषय की परीक्षा देकर 10वीं के बाद आईटीआई करने वाले विद्यार्थी 12वीं का सर्टिफिकेट हासिल कर सकते हैं।विद्यार्थी परीक्षा मार्च 2020 में होगी और इसके लिए 16 अक्टूबर तक आवेदन किया जा सकता है। 16 अक्टूबर के बाद लेट फीस के बाद आवेदन कर सकेंगे। इसके अलावा स्कूली परीक्षार्थी रिअपीयर अंक सुधार आदि के विद्यार्थी भी आवेदन कर सकेंगे।आईटीआई से डिप्लोमा हासिल करने के बाद विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा हासिल करने में दिक्कतें आती थीं। उन्हें आईटीआई करने के बाद भी 10वीं या 12वीं कक्षा पास करने के लिए दाखिला लेकर उस कक्षा की सभी परीक्षाएं पास करनी होती थी। बोर्ड के अनुसार दसवीं के बाद आईटीआई में 2 वर्षीय ट्रेड के साथ 12वीं के हिंदी या अंग्रेजी भाषा में से कोई एक भाषा उत्पीड़न करने पर बोर्ड 12वीं के समक्ष मान्यता देगा।
Source: Dainik Bhaskar September 27, 2019 02:57 UTC