Dainik Bhaskar Jan 02, 2020, 11:40 AM ISTचंडीगढ़। सीआईडी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने वाले प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज की ओर से मांगी गई रिपोर्ट तो सीआईडी चीफ ने उन्हें भेज दी, लेकिन वे उससे संतुष्ट नहीं है। इसलिए अब चीफ को एक दिन में दोबारा से मांगी गई सूचना मुहैया कराने को पत्र लिखा है।मंत्री की ओर से मांगी गई सूचना देने में देरी करने पर मंगलवार दोपहर सीआईडी चीफ से स्पष्टीकरण मांगा था कि वह बताएं कि सूचना क्यों नहीं दी जा रही। बताया गया है कि दोपहर 2 बजे स्पष्टीकरण का पत्र भेजा गया और देर शाम दो बंद लिफाफों में कुछ सूचना भिजवा दी गई। बुधवार दोपहर को जब गृह मंत्री पहुंचे तो उन्होने लिफाफे खोल कर सीआईडी की ओर से भेजी गई रिपोर्ट पढ़ी लेकिन उसमें वह सूचना नहीं थी, जो उन्होंने मांगी थी।इसलिए उसी वक्त सीआईडी चीफ को पत्र लिख दिया कि इसमें मांगी गई सूचना नहीं है, इसलिए एक दिन में सही सूचना भिजवाई जाए। बता दें कि गृह मंत्री की ओर से 11 दिसंबर का सीआईडी चीफ से सूचना मांगी गई थी। लेकिन नहीं मिलने पर 25 दिसंबर को रिमाइंडर भेजा। इसके बावजूद भी जानकारी नहीं मिली तो मंगलवार को स्पष्टीकरण मांगा गया था। हालांकि सूचना के लिए एक दिन का वक्त दिया है लेकिन सूचना न दिए जाने के लिए मांगे गए स्पष्टिकरण के समय में दो दिन बचे हैं। बताया गया है कि जो सूचना गृह मंत्री ने मांगी थी, वह चुनाव से जुड़ी थी। जिसमें पूछा गया था कि वह यह बताए कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट में किसे जीता हुआ और हारा हुआ बताया। साथ ही सीटों को लेकर भी जानकारी मांगी गई थी।दो बार आमने-सामने हुए पर नहीं हुई गृह मंत्री और चीफ में बातचीतनव वर्ष के पहले दिन गृह मंत्री अनिल विज और सीआईडी चीफ का दो बार आमना-सामना नहीं हुआ। मुख्यमंत्री की ओर से दिए गए लंच में दोनों आमने-सामने हुए लेकिन कोई बात नहीं हुई। दोपहर बाद डीजीपी मनोज यादव और एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर नवदीप सिंह विर्क के साथ एडीजीपी एवं सीआईडी चीफ अनिल राव गृह मंत्री को नव वर्ष की शुभकामनाएं देने उनके सचिवालय स्थित कार्यालय पहुंचे। लेकिन यहां भी नमस्ते और बधाई से ज्यादा कोई चर्चा नहीं हुई।
Source: Dainik Bhaskar January 02, 2020 06:22 UTC