यही नहीं, कहानी का कोई ओर-छोर भी नहीं है. हालांकि हॉरर फिल्मों के बारे में माना जाता है कि इनमें काल्पनिकता का खूब सहारा लिया जाता है, और हॉलीवुड की हॉरर फिल्मों में इसका जबरदस्त छौंक देखने को भी मिलता है. लेकिन कहानी का अंत कुछ इस तरह से होता है कि सारा मजा किरकिरा हो जाता है. लेकिन यहां भी वही झोल है, कहानी न तो बांधती है और इसका अंत बहुत ही बचकाना भी होता है. 'घोस्ट स्टोरीज (Ghost Stories)' न तो कहानी के मामले में कुछ असर दिखाती है और न ही एक्टिंग के मोर्चे पर ही बहुत खास है.
Source: NDTV January 02, 2020 06:11 UTC