सी-फार्म से टैक्स कम लगता है। मसलन- अगर पानीपत के किसी व्यापारी ने दिल्ली से 12.50 फीसदी टैक्स वाला कोई माल खरीदा और अगर यहां डीईटीसी की ओर से जारी सी-फार्म दिल्ली में जमा कराता है तो उसे सिर्फ 2 फीसदी टैक्स ही देना पड़ता है। इस तरह से 10.50 फीसदी टैक्स कम हो जाता है। सी-फार्म इस आधार पर जारी होता है कि उद्यमी यहां पर उस माल का कारोबार करेगा। लेकिन पारस इंटरप्राइजेज वालों ने अफसरों से मिलीभगत कर सस्ता माल खरीदकर दो नंबर में माल बेच दिया। कई ने तो सिर्फ बिल ही बेचा, माल नहीं।
Source: Dainik Bhaskar November 18, 2019 02:47 UTC