सप्ताह के व्रत और त्योहार (18 से 24 नवंबर): जानें काल भैरवाष्टमी से लेकर उत्पन्ना एकादशी तक का महत्व और पूजा विधि - News Summed Up

सप्ताह के व्रत और त्योहार (18 से 24 नवंबर): जानें काल भैरवाष्टमी से लेकर उत्पन्ना एकादशी तक का महत्व और पूजा विधि


festival of this week and the surya pooja saptah ke vrat or...डॉ. अश्विनी शास्त्रीवर्तमान सप्ताह का शुभारंभ मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि और पुष्य नक्षत्र के साथ हो रहा है। वर्तमान कृष्ण पक्ष अगले हफ्ते की 26 तारीख यानी भौमवती अमावस्या वाले दिन समाप्त हो जाएगा और उसके अगले ही दिन यानी बुधवार 27 नवंबर से मार्गशीर्ष का शुक्ल पक्ष आरंभ हो जाएगा। मार्गशीर्ष महीने को शास्त्रों में अत्यंत पवित्र माना गया है। भगवान कृष्ण ने स्वयं गीता में कहा है कि ‘मासानां मार्गशीर्षोहम्’ यानी महीनों में मैं ही मार्गशीर्ष हूं। इस महीने को अगहन के नाम से भी जाना जाता है। ज्योतिर्विदों के अनुसार इस मास का संबंध मृगशिरा नक्षत्र से होने के कारण ही इस मास को मार्गशीर्ष कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुल 27 नक्षत्र होते हैं, जिनमें से मृगशिरा भी एक नक्षत्र है और इस महीने की पूर्णिमा इसी मृगशिरा नक्षत्र से युक्त होती है। इस सप्ताह काल भैरवाष्टमी, उत्पन्ना एकादशी, प्रदोष व्रत आदि का आयोजन किया जाएगा।


Source: Navbharat Times November 18, 2019 02:37 UTC



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