नई दिल्ली, जेएनएन। मंगोलपुरी स्थित संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में 362 बेड के ट्रॉमा सेंटर का रविवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के इस सबसे बड़ा ट्रॉमा सेंटर से न केवल मंगोलपुरी बल्कि पूरी दिल्ली की जनता को फायदा होगा। पिछले पांच साल के अंदर दिल्ली में बड़े स्तर पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में विस्तार हुआ है।बड़े स्तर पर खुलेगा मोहल्ला क्लीनिकअस्पतालों में भीड़ कम करने के लिए बड़े स्तर पर मोहल्ला क्लीनिक बनाए जा रहे हैं। अभी लगभग 200 मोहल्ला क्लीनिक चल रहे हैं और करीब 200 मोहल्ला क्लीनिकों का आगामी दस दिनों के भीतर उद्घाटन किया जाएगा। इसके बाद करीब 300 मोहल्ला क्लीनिक नवंबर-दिसंबर तक तैयार हो जाएंगे, जिससे दिल्ली में दिसंबर तक करीब 700 मोहल्ला क्लीनिकों में लोगों का इलाज होने लगेगा। इसके अलावा दिल्ली में 122 पॉलीक्लीनिक का भी निर्माण किया जा रहा है।सरकार उठा रही इलाज का खर्चउन्होंने कहा कि उनपर ऐसे आरोप हैं कि अस्पतालों में सुविधाएं मुफ्त करने से लोगों में मुफ्तखोरी पैदा हो रही है, जिसकी आदत ठीक नहीं है। लेकिन, दुनिया के सबसे विकसित देशों में जो होता आ रहा है, वही अब दिल्ली में हो रहा है। उन्होंने बताया कि डेनमार्क जैसे विकसित देश में सभी सरकारी अस्पतालों में इलाज मुफ्त है। डेनमार्क में अगर आप सरकारी अस्पताल में जाएं और एक महीने के अंदर ऑपरेशन की तारीख न मिले तो आप प्राइवेट अस्पताल में जाकर ऑपरेशन करा सकते हैं, जिसका खर्च सरकार देती है। हमने दिल्ली में भी यही किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जो सुविधाएं मिल रही हैं, वह डेनमार्क, अमेरिका, जापान जैसे बड़े-बड़े विकसित देशों की तरह हैं।होंगे 362 बेडइस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि मंगोलपुरी ट्रॉमा सेंटर में आइसीयू, इमरजेंसी बेड व छह ऑपरेशन थियेटर भी हैं। आधुनिक सुविधाओं से लैस इस सेंटर में 50 फीसद से ज्यादा बेड, इमरजेंसी, ट्रॉमा व आइसीयू के लिए बनाने जा रहे हैं। यहां 362 बेड होंगे और तीन आइसीयू। सभी आइसीयू 14-14 बेड के होंगे, जिनमें सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी।पूजन मुख्यमंत्री के ट्वीटअभी तक सरकारें 1 करोड़ रुपये प्रति बेड के हिसाब से अस्पताल बनाती थीं। लेकिन, संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल के 362 बेड का अत्याधुनिक एवं एसी ट्रॉमा सेंटर महज 71 करोड़ रुपये में बनेगा। आपकी सरकार ईमानदार है, पैसे बचा रही है। इसलिए आज सभी के लिए इतनी सारी सुविधाएं दे पा रही है। इस एक काम में ही 190 करोड़ रुपये बच गए। अगर इस पैसे से मैं दिल्ली के सभी लोगों की दवाई, इलाज और टेस्ट मुफ्त कर देता हूं तो इसमें गलत क्या है? विपक्ष के लोग इसका विरोध करते हैं कि हम दिल्लीवालों को मुफ्त इलाज की सुविधा देकर पैसा बर्बाद कर रहे हैं।दिल्ली-एनसीआर की खबरों को पढ़ने के लिए यहां करें क्लिकPosted By: Prateek Kumarअब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप
Source: Dainik Jagran September 30, 2019 02:20 UTC