प्रखंड के भोपतपुरा स्थित प्रस्तावित भूखंड पर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया। इसके लिए कृषि फार्म की 25 एकड़ भूमि स्वास्थ्य विभाग को बहुत पहले हस्तांतरित की गई थी। गत 22 सितंबर को मुख्यमंत्री ने इसका वर्चुअल शिलान्यास किया था। इसके बावजूद निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका था। इसके पीछे तकनीकी कारण बताए जा रहे थे। निविदा की प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं होने से स्थानीय लोगों में और असंतोष पनप रहा था। 28 मई को दैनिक जागरण ने 500 बेड का अस्पताल बनने का इंतजार शीर्षक से खबर प्रमुखता से प्रकाशित की। इसके बाद अभियंताओं की मौजूदगी में पांच जून की शाम भूमि पूजन कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया।सिवान। प्रखंड के भोपतपुरा स्थित प्रस्तावित भूखंड पर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया। इसके लिए कृषि फार्म की 25 एकड़ भूमि स्वास्थ्य विभाग को बहुत पहले हस्तांतरित की गई थी। गत 22 सितंबर को मुख्यमंत्री ने इसका वर्चुअल शिलान्यास किया था। इसके बावजूद निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका था। इसके पीछे तकनीकी कारण बताए जा रहे थे। निविदा की प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं होने से स्थानीय लोगों में और असंतोष पनप रहा था। 28 मई को दैनिक जागरण ने ''''500 बेड का अस्पताल बनने का इंतजार'''' शीर्षक से खबर प्रमुखता से प्रकाशित की। इसके बाद अभियंताओं की मौजूदगी में पांच जून की शाम भूमि पूजन कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया। सबसे पहले कार्यस्थल पर मजदूरों के रहने के लिए शेडनुमा आवास का निर्माण शुरू हुआ है।बता दें कि बिहार चिकित्सा सेवाएं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड द्वारा यहां राजकीय चिकित्सा अस्पताल का निर्माण होगा। इस पर 568. 84 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें 150 करोड़ केंद्रांश और 418. 84 करोड़ रुपये राज्यांश है। भवन भूकंप रोधी बनेगा। इसके लिए भवन में बेस आइसोलेशन पद्धति का इस्तेमाल होगा और रियर रबर बियरिग लगाए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न परियोजनाओं में यह वृहद परियोजना मानी जा रही है। इस परियोजना में मुख्यत: तीन प्रकार के भवन निर्माण होना है। इसमें शैक्षिक भवन, अस्पताल और आवासीय भवन शामिल हैं। चिकित्सा महाविद्यालय में प्रतिवर्ष 100 नामांकन एमसीआइ की मानक के अनुसार होगा। शैक्षिक भवन के अंतर्गत प्रशासनिक भवन विभिन्न विभागीय भवन एवं लेक्चरर थिएटर केंद्रीय पुस्तकालय परीक्षा भवन प्रयोगशाला का निर्माण शामिल है। चिकित्सा महाविद्यालय के साथ 100 बेड का अस्पताल का निर्माण भी कराया होगा। इसमें विभिन्न प्रकार की बीमारियों के इलाज के लिए आधुनिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी। इस अस्पताल में ओपीडी, आधुनिक आकस्मिकी आइसीयू, लेबर रूम, मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, ब्लड बैंक, रेडियोलॉजी और पैथोलॉजी जांच की सुविधा उपलब्ध होगी। इस अस्पताल में आधुनिक लॉंड्री, रसोईघर, दवा भंडारण एवं वितरण कक्ष, सीएसएसडी टीएसएसयू और मेडिकल गैस पाइपलाइन की सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।शॉर्ट मे जानें सभी बड़ी खबरें और पायें ई-पेपर,ऑडियो न्यूज़,और अन्य सर्विस, डाउनलोड जागरण ऐप
Source: Dainik Jagran June 06, 2021 16:07 UTC