इस महीने की शुरुआत में सऊदी के दो तेल संयंत्रों पर ड्रोन और मिसाइल हमले हुए थेइसकी जिम्मेदारी यमन के हूती विद्रोहियों ने ली, हालांकि आरोप हूतियों के समर्थक ईरान पर लगाक्राउन प्रिंस सलमान ने कहा- हम ईरान के साथ विवाद का सैन्य नहीं, राजनीतिक हल चाहते हैंDainik Bhaskar Sep 30, 2019, 09:53 AM ISTरियाद. सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि अगर दुनिया ईरान को रोकने के लिए साथ नहीं आई तो तेल के दाम अकल्पनीय रूप से बढ़ेंगे। सलमान ने कहा कि पूरी दुनिया को ईरान के खिलाफ कार्रवाई में शामिल होना होगा, वरना इससे सभी के हितों को नुकसान पहुंचेगा। इसी महीने की शुरुआत में सऊदी की तेल कंपनी अरामको की दो रिफाइनरियों पर ड्रोन और मिसाइल से हमले हुए थे। इसकी जिम्मेदारी यमन के हूती विद्रोहियों ने ली थी, लेकिन अमेरिका और सऊदी अरब दोनों ने इसके लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया। सलमान ने पहली बार इस मुद्दे पर कोई बयान दिया। उन्होंने कहा कि ईरान की वजह से तेल की सप्लाई बाधित होगी और तेल के दाम इतने ऊपर पहुंच जाएंगे, जितने हमने अपने पूरे जीवन में नहीं देखे होंगे।ईरान करता रहा है हमलों से इनकारसऊदी ने तेल संयंत्रों पर हमलों के पीछे ईरान का हाथ बताने के लिए हथियारों की एक प्रदर्शनी भी रखी थी। इसमें दावा किया गया था कि इतने आधुनिक हथियार हूती विद्रोही चला ही नहीं सकते। हालांकि, ईरान लगातार हमले में हाथ होने से इनकार करता रहा है।ईरान-सऊदी के युद्ध से पूरी दुनिया पर असर पड़ेगाअमेरिकी चैनल सीबीएस को दिए इंटरव्यू में सलमान ने कहा कि सऊदी अरब के तेल संयंत्रों पर हमला ईरान की तरफ से युद्ध की शुरुआत थी। इसके बावजूद वे ईरान के साथ विवाद का सैन्य नहीं बल्कि राजनीतिक हल चाहते हैं, क्योंकि युद्ध से पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ेगा। सलमान ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी से मिलकर नई परमाणु संधि के बारे में बात करनी चाहिए। ताकि ईरान के प्रभाव को मध्यपूर्व में सीमित किया जा सके।‘खशोगी को मारने का आदेश नहीं दिया’इंटरव्यू के दौरान प्रिंस सलमान से जब पूछा गया कि क्या उन्होंने तुर्की स्थित सऊदी दूतावास में पत्रकार जमाल खशोगी को मारने का आदेश दिया था, तो उन्होंने कहा- नहीं। हालांकि, प्रिंस ने कहा कि खशोगी की मौत की नैतिक जिम्मेदारी उनकी है, क्योंकि इसे सऊदी सरकार के कुछ लोगों ने अंजाम दिया। सलमान ने कहा कि यह एक गलती थी और मैं भविष्य में ऐसा कुछ भी रोकने के लिए कार्रवाई करने वाला हूं।‘दोषियों पर कार्रवाई होगी, फिर चाहे वो कोई भी हो’सलमान से यह भी पूछा गया कि आखिर उन्हें मालूम चले बिना ही विदेशी जमीन पर कैसे कोई ऑपरेशन हुआ? तो उन्होंने कहा कि सरकार में 30 लाख लोग काम करते हैं। यह असंभव है कि 30 लाख लोग मुझे अपने कामों की रिपोर्ट रोज भेजें। उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है और जल्दी ही गुनहगारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, फिर चाहे वो कोई भी हो, किसी भी पद पर हो।वॉशिंगटन पोस्ट के लिए लिखते थे जमाल खशोगीपिछले साल तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में सऊदी अरब के दूतावास में खशोगी की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से मोहम्मद बिन सलमान ने सार्वजनिक तौर पर इस पर कोई बयान नहीं दिया था। अमेरिका की केंद्रीय जांच एजेंसी (सीआईए) और कुछ पश्चिमी देशों की सरकार ने कहा था कि उनकी हत्या के लिए सऊदी प्रिंस ने आदेश दिए थे। लेकिन सऊदी के अधिकारियों ने कहा था कि खशोगी की हत्या में प्रिंस की कोई भूमिका नहीं है।
Source: Dainik Bhaskar September 30, 2019 03:33 UTC