पानीपत/समालखा| समालखा-गन्नाैर के बीच चल रहे विश्वस्तरीय तीन दिवसीय संत निरंकारी समागम के दूसरे दिन श्रद्धालुओं में काफी उत्साह दिखाई दिया। इस दौरान कार्यक्रम एक भव्य सेवादल रैली से शुरू हुआ। जिसमें स्वंय सद्गुगुरु माता सुदीक्षा महाराज सेवादल की वर्दी पहने हुए थीं। इस दौरान उन्हाेंने आपस में मिलजुलकर रहने और समानता रखने का संदेश दिया। 20 हजार से ज्यादा सेवादल के सदस्याें ने पीटी कराई अाैर रैली निकाली। इसके बाद संगत ने अलग-अलग जगह सेवा की।आनंदमय जीवन : सुख-दुख से ऊपर उठकर सहज अवस्था में आनंदमय जीवन जीने का नाम ही भक्ति है। भक्ति में ब्रह्मज्ञान द्वारा आत्मा और परमात्मा का मिलन होता है।सत्य की पहचान : सत्य की पहचान से हमारे मन का अहंकार समाप्त हो जाता है और हर किसी के अंदर परमात्मा का ही नूर नजर आने लगता है।प्रभु के अहसास काे शामिल करें : सत्य के बोध के बाद जब हम अपने हर कार्य में निरंकार प्रभु के अहसास को शामिल कर लेते हैं और शुकराने के भाव को अपना लेते हैं, तोे वह भी भक्ति बन जाता है।अहंकार काे दूर करें : हम अपने अहंकार को दूर कर और बाेली में मिठास रखते हुए अपनी सेवा निभाएं। जहां अवसर मिले वहां सेवा करें।विश्वस्तरीय तीन दिवसीय संत निरंकारी समागम में देर शाम पंडाल में माता सुदीक्षा महाराज के प्रवचन सुनने के लिए बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु पहुंचीं। समागम का समापन सोमवार को होगा। फोटो|भास्करचाराें ग्राउंड के 16 कड़ाहे में 8-8 कड़ाहाें में चावल-दाल बनाई जाती है। 1 कड़ाहे में करीब 3 क्विंटल बनता है, राेजाना 1 कड़ाहे में 12 बार चावल या दाल बनाई जाती है। समागम में एक दिन में करीब 500 क्विंटल चावल, 300 क्विंटल दाल, 120 क्विंटल सब्जी अाैर 5 लाख चपाती बनती है। 1 कड़ाहे में करीब 7 हजार लाेगाें के लिए खाना बनाया जाता है।लुधियाना के रहने वाले रिंकू दिव्यांग कैंप में एक ऐसे श्रद्धालु हैं जो खुद दिव्यांग होते हुए अन्यों के लिए प्रेरणा स्राेत साबित हो रहे हैं। रिंकू दिव्यांग कैंप में दिव्यांगाें अाैर सेवादल के सदस्याें काे योग, एक्युप्रेशर थ्रेपी, रैकी यानी टच थैरेपी से उपचार कर रहे हैं। रिंकू ने बताया कि उनकाे खानीदानी बीमारी है। इसमें उनकी मां शाेभा, बड़ी बहन रचना अाैर भाई टिंकू भी घर में दिव्यांग है। उन्हाेंने 15 साल पहले यानी 2004 से 2006 तक अलग-अलग गुरुअाें से ये सीखा है। याेग गुरु रामदेव से याेग, दिल्ली के जयश्री सहित 4 से एक्युप्रेशर थ्रेपी, यूएसए के डाॅक्टर से टच थैरेपी सीखी है। पिछले 10 साल वाे समागम में पहुंचकर दिव्यांगाें की सेवा कर रहा है।समागम के अंतिम दिन सोमवार कार्यक्रम दोपहर 2 से रात साढ़े 8 बजे तक चलेगा। दाेपहर 3 बजे से 5 बजे तक एक बहुभाषीय कवि सम्मेलन होगा। इसमें कवि महात्मा अपनी रचनाएं प्रस्तुत करेंगे। दिल्ली से गुलदस्ता रूहानी गीताें का समुह गान, सीपीएबी के चेयरमैन खेमराज चड्ढा, पश्चिम बिहार से मिनी अवतार, वीडी नागपाल, गुलजिंद्र, गुल्लु एवं साथी पंजाब से पहुंचेंगे।2 लाख श्रद्धालुओं को खिला रहे प्रसाद... पेज-2 पर
Source: Dainik Bhaskar November 18, 2019 02:47 UTC